दिल्ली सरकार ने वांछित अपराधी मनोज वशिष्ठ के न्यू राजेंद्र नगर क्षेत्र स्थित एक रेस्त्रां में हुए कथित मुठभेड़ में मारे जाने की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. दिल्ली सरकार के एक प्रवक्ता ने इस आदेश की पुष्टि की है.
अधिकारियों ने बताया कि जांच के आदेश का निर्णय तब किया गया, जब वशिष्ठ के परिवार के सदस्यों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से रविवार शाम उनके आवास पर मुलाकात की. परिवार ने कथित मुठभेड़ की एक निष्पक्ष जांच की मांग की. मनोज वशिष्ठ धोखाधड़ी और अपराध के कई अन्य मामलों में वांछित था. वशिष्ठ को शनिवार शाम में दिल्ली पुलिस की एक विशेष इकाई के साथ हुई मुठभेड़ में गोली लगी.
क्या हुआ था शनिवार को
विशेष आयुक्त (विशेष इकाई) एसएन श्रीवास्तव ने शनिवार को कहा, 'वशिष्ठ एक वांछित अपराधी था और उस पर इनाम था. हमें एक गुप्त सूचना मिली कि वह न्यू राजेंद्र नगर के सागर रत्ना रेस्त्रां आएगा. इस पर एक जाल बिछाया गया. जब वह मौके पर पहुंचा, उसने वहां पुलिस की मौजूदगी महसूस करके हमारे लोगों पर गोलीबारी शुरू कर दी. टीम ने आत्मरक्षा में गोली चलाई उसे एक गोली लगी और वह घायल हो गया.' उन्होंने बताया कि उसे पास के एक अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
फर्जी एनकाउंटर का आरोप
दूसरी ओर, मनोज के परिजनों ने मामले में दिल्ली पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप लगाया है. मनोज की पत्नी प्रियंका वशिष्ठ का कहना है पुलिस ने पैसे लेकर मनोज का मर्डर किया है.