दिल्ली सरकार ने पिछले साल की तरह भाईदूज के दिन महाआरती का आयोजन किया। ये दूसरा मौका है जब यमुना के घाट पर महाआरती की गई, इससे पहले सरकार ISBT पर इसी तरह का आयोजन कर चुकी है. दिल्ली सरकार ने महाआरती में 10 हजार श्रद्धालु के शामिल होने का दावा किया है. इस दौरान मुख्यमंन्त्री, मंत्री, पार्टी के नेता कुमार विश्वास और सरकार में बड़े अधिकारी के अलावा आम आदमी पार्टी के कई विधायक शामिल हुए.
महाआरती की शुरुआत से पहले सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया जिसके हिंदु, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई और जैन हिस्सा थे. सोनिया विहार के यमुना घाट पर करावल नगर विधानसभा में रहने वाले युवाओं लड़के, लड़कियों और बीएसफ के जवानों के बीच बोट रेसिंग भी हुई.
दिल्ली सरकार के मुताबिक महाआरती का मकसद यमुना को विकसित करने और उसकी साफ़ सफाई का है. हालांकि पिछले साल ISBT घाट पर हुई महाआरती के दौरान मैली यमुना को साफ़ करने के कई बड़े दावे किए थे लेकिन ज़मीनी हकीक़त में ऐसा कुछ नज़र नहीं आया.
सरकार का कहना है कि गीता घाट पर नक्षत्र वाटिका बनायीं जा रही है जिसमे 27 नक्षत्रों के हिसाब से खास वृक्ष लगाये जायेंगे. साथ ही नव गृह और पौधों के सम्बन्ध बताते हुए एक नव गृह उद्यान बनाया जायेगा और औषधीय पौधों का एक पार्क यमुना किनारे विकसित किया जायेगा. गीता घाट पर इस सारे काम को दिल्ली जल बोर्ड का उद्यान विभाग कर रहा है. यहाँ तुलसी का एक उद्यान भी होगा जिसे वृंदावन का नाम दिया गया है.
इसके अलावा सरकार रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के अगले चरण में सोनिया विहार पुश्ते पर लगभग 5 किलोमीटर का वर्ल्ड क्लास रिवर फ्रंट बनाया जायेगा. ये अपनी तरह का पहला इकोलॉजिकल व बायोडायवर्सिटी आधारित रिवर फ्रंट बनेगा. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय कैंनोइंग फेसिलिटी सेंटर, एक मॉडर्न अखाड़ा, आरती घाट के साथ साथ 5 किलोमीटर का वेटलैंड और बायोडायवर्सिटी जोन विकसित किया जायेगा.
इस योजना का पहला चरण 6 महीने में ही पूरा हो जायेगा. दिल्ली टूरिज्म के द्वारा इस खास परियोजना को तैयार किया गया है. इसकी खासियत ये है कि इसमें सीमेंट का इस्तेमाल नहीं होगा बल्कि बांस और लकड़ी के इस्तेमाल से ढांचा तैयार किया जाएगा.
महाआरती के दौरान कपिल मिश्रा ने लोगों को यमुना को साफ़ रखने और यमुना में गंदगी न फ़ैलाने की शपथ दिलाई. कपिल ने कहा कि यमुना रिवर फ्रंट प्लान में 25 लाख की लागत से काम निपटा लिया जाएगा. पहले चरण में सोनिया विहार के यमुना नदी पर 5 किलोमीटर का रिवर फ्रंट बनेगा. एलजी को भी ये प्लान पसंद आया। उम्मीद है एलजी, डीडीए और एनजीटी से अनुमति मिलेगी.
कपिल ने गुजरात में साबरमती रिवर फ्रंट का ज़िक्र करते हुए कहा कि "साबरमती की तरह दिल्ली की यमुना में फ्रंट रिवर का काम नहीं होगा. उसमे क्रांकीट का इस्तेमाल हुआ लेकिन यमुना के साथ नहीं होगा। साबरमती से उल्टा प्लान तैयार है. यमुना को साफ़ करके यमुना पर रिवर फ्रंट तैयार होगा. इस साल यमुना नदी के खेल को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक बैठक का आयोजन फरवरी में किया है. अगले चरण में एनजीटी में इसे एप्लाई किया जायेगा.