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हरकत में दिल्ली सरकार और MCD, नजीब जंग के साथ हुई बैठक की 10 बड़ी बातें

देश की राजधानी में सरकार और सरकारी एजेंसियों की लापरवाही का सबसे बड़ा सबूत फलहाल डेंगू और चिकनगुनिया का वो कहर है, जिसे वक्त रहते रोक जा सकता था.

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तमाम अधिकारी बैठक थे मौजूद
तमाम अधिकारी बैठक थे मौजूद

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देश की राजधानी में सरकार और सरकारी एजेंसियों की लापरवाही का सबसे बड़ा सबूत फलहाल डेंगू और चिकनगुनिया का वो कहर है, जिसे वक्त रहते रोक जा सकता था. आलम ये था कि सरकार के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ही दिल्ली से बाहर थे. खुद उपराज्यपाल बुधवार को विदेश से लौटे हैं, और लौटते ही उन्होंने एक बैठक बुलाई जिसमें डेंगू और चिकनगुनिया के प्रकोप पर सरकार और एमसीडी से रिपोर्ट मांगी गई है.

तमाम अधिकारी बैठक थे मौजूद
डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप न फैले, इसके लिए जिम्मेदार तमाम पदाधिकारी राजनिवास पर हाईलेवल बैठक में शामिल हुआ. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, चीफ सेक्रेटरी केके शर्मा, प्रधान सचिव एसएन सहाय, स्वास्थ्य सचिव चंद्राकर भारती के अलावा एनडीएमसी के चेयरमैन और तीनों एमसीडी के कमिश्नर मौजूद थे. साथ ही तमाम बड़े अस्पतालों के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट भी बैठक में बुलाया गया, जिन्होंने डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने और इंतजाम के हालात की रिपोर्ट उपरज्यपाल को सौंपी.

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डेंगू-चिकनगुनिया से निपटने पर रिपोर्ट
बैठक से पहले राजनिवास के भीतर जा रही उन फाइलों को 'आज तक' की टीम ने अपने कैमरे में कैद किया. जिनमें डेंगू और चिकनगुनिया से लड़ने के तमाम इंतजामों का ब्योरा है, जिसके भरोसे केजरीवाल सरकार इन बीमारियों के निपटने के दावे कर रही है. हालांकि जितनी तेजी से शहर में जानलेवा बीमारी फैल रही हैं, उतनी ही जल्दी उपराज्यपाल की हाईलेवल बैठक का अंत हो गया. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से बात करते हुए बताया, 'दिल्ली सरकार और नगर निगम ने अपनी अपनी रिपोर्ट दी है. उपराज्यपाल साहब ने अस्पतालों में इंतजाम की डिटेल बताने को कहा है. एक निजी अस्पताल में चिकनगुनिया से हुई मौत के मामले में केंद्र सरकार से निवेदन किया है कि वो इसकी जांच करें की मौत क्यों हुई है, क्योंकि अगर चिकनगुनिया से पूरे देश में मौत नहीं हो रही है और दिल्ली के अस्पताल में एक साथ मौत हो रही है तो सोचने की बात है.'

चिकनगुनिया से हुई मौतों की जांच के आदेश
दिल्ली सरकार ने भी चिकनगुनिया से हुई मौत पर जांच के आदेश दिए थे. ऐसे में जब सत्येंद्र जैन से सवाल पूछा गया कि केंद्र से जांच करवाने की क्या जरूरत है, तो उन्होंने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया के इलाज का प्रोटोकॉल केंद्र सरकार निर्धारित करती है, वैज्ञानिक उनके पास है. इसलिए जैसा केंद्र ने सिस्टम बनाया है वैसे हम चल रहे हैं, और जांच की मांग की हैं. मीटिंग के बाद एलजी हाउस ने भी एक प्रेस रिलीज जारी करके सभी को चिकनगुनिया से मिलकर लड़ने की अपील की है. एलजी ने कहा, 'मैं अपील करता हूं कि राजनीति छोड़कर सभी लोग मिलकर इस मुसीबत का सामना करें, इतिहास गवाह है कि मुश्किल दौर में सभी लोग एक साथ खड़े हुए और मिलकर लड़े. एक बार फिर इसी जज्बे की जरूरत है.

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उपराज्यपाल नजीब जंग ने डेंगू और चिकनगुनिया पर रिपोर्ट मांगते हुए तीनों एमसीडी और सरकार से पूछा है कि डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में क्या कदम उठाए हैं. एलजी ने नगर निगम से पूछा कि मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए क्या क्या कदम उठाए गए, क्या फोगिंग और दवा का छिड़काव किया गया?

डेंगू और चिकनगुनिया पर दिल्ली सरकार और चारों नगर निगमों की रिपोर्ट:
1. नॉर्थ एमसीडी ने उपराज्यपाल को डेंगू के 105 और चिकनगुनिया के 148 मामलों की जानकारी दी. नार्थ एमसीडी के मुताबिक कस्तूरबा गांधी और बाड़ा हिन्दुराव अस्पताल में बेड की कमी नहीं हैं.
2. पूर्वी दिल्ली में डेंगू के 70 और चिकनगुनिया के 57 मामले अब तक सामने आए. पूर्वी दिल्ली ने उपराज्यपाल को बताया कि उनके पास मच्छरों के ब्रीड जांचने के लिए 700 मशीनें हैं और 4 स्प्रे मशीन.
3. इसके अलावा पूर्वी दिल्ली ने अबतक मच्छरों की ब्रीडिंग पर 16 हजार कानूनी नोटिस भेजे हैं और 1 हजार 400 घरों पर मुकदमा किया है. साथ ही निगम 8 मोबाइल डिस्पेंसरी भी चला रहा है.
4. साउथ दिल्ली के मुताबिक उनके जोन में 70 मामले डेंगू के और 57 मामले चिकनगुनिया के रिकॉर्ड हुए हैं. साउथ दिल्ली नगर निगम के पास 1 हजार 200 कर्मचारी हैं जो रोजाना 50 घरों में जाकर मच्छरों के ब्रीड चेक करते हैं.
5. इसके अलावा साउथ दिल्ली ने पनपते हुए मच्छरों को नजरअंदाज करने के लिए 51 हजार नोटिस जारी किए हैं और 5 हजार लोगों पर मुकदमा किया है. साउथ एमसीडी ने निर्माण कार्य कर रही साइट पर पानी जमाव के लिए नोटिस जारी किया है.
6. साउथ एमसीडी के मुताबिक 8 गाड़ियां इलाके का दौरा करती हैं और 482 मशीन भी हैं. साथ ही साउथ एमसीडी ने 9 फीवर क्लीनिक और 12 मोबाइल डिस्पेंसरी की जानकारी उपराज्यपाल को दी है.
7. नई दिल्ली नगर निगम में 24 डेंगू और 16 चिकनगुनिया के मामले सामने आए हैं. एनडीएमसी ने उपराज्यपाल को बताया कि इलाके में गंदगी की जानकारी के लिए निगम ने 24 घंटे एक्टिव रहने वाला कंट्रोल रूम और व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया है.
8. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने एलजी को बताया कि 26 अस्पतालों के अलावा 262 डिस्पेंसरी और 106 मोहल्ला क्लीनिक में फीवर क्लीनिक या फीवर वार्ड खोला गया है.
9. स्वास्थ्य सचिव ने उपराज्यपाल को बताया कि पिछले साल 7 हजार डेंगू के मामलों के बजाय इस साल 1 हजार 158 डेंगू के मामले सामने आए. साथ ही पिछले साल जहाँ चिकनगुनिया के 64 मामले थे, वहीं इस साल 1 हजार 57 मामले दर्ज हुए.
10. सत्येंद्र जैन ने उपराज्यपाल को बताया कि तमाम मेडिकल स्टाफ की छुट्टी अगले 2 महीने के लिए रद्द कर दी गई है. साथ ही अस्पतालों को अस्थाई स्टाफ भर्ती करने के आदेश दिए हैं. रोगी कल्याण समिति अस्पतालों में मरीजों की देखरेख करेगी.

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