आम आदमी पार्टी सरकार अपनी जिम्मेदारी का ठीकरा उपराज्यपाल पर फोड़कर बचने की कोशिश करती नजर आ रही है. आलम ये रहा कि मंगलवार दोपहर तक एक मंत्री को छोड़कर पूरी कैबिनेट दिल्ली से बाहर थी. शाम होते-होते स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन गोवा से 3 दिन का प्रचार कर दिल्ली की सुध लेने लौटे. जानलेवा डेंगू और चिकनगुनिया के रोकथाम की लापरवाही पर पत्रकारों ने स्वास्थ्य मंत्री से तीखे सवाल पूछे लेकिन जवाब देने की बजाय सत्येंद्र जैन भड़क गए. एक सवाल के जवाब में सत्येंद्र जैन ने पत्रकार का मोबाइल ही उठा कर फेंक दिया.
एमसीडी पर लगाया आरोप
डेंगू से हुई मौत पर सत्येंद्र जैन सफाई देते हुए नजर आए और बोले कि दिल्ली के अंदर डेंगू के लिए लोग चिंतित हैं. एक मरीज की मौत हुई है, लेकिन वो उत्तरप्रदेश से थे. जब उन्हें लाया गया वो तब उनकी हालत बेहद गंभीर थी. सफाई और फोगिंग की सारी जिम्मेदारी नगर निगम की है. लेकिन निगम जानबूझकर महामारी फैला रहा है. इन्हें सोचना चाहिए कि डेंगू का मच्छर तो इन्हें भी काटेगा.
उपराज्यपाल पर भी बरसे
सत्येंद्र जैन अस्पतालों में बेड की कमी बताते हुए केंद्र सरकार और उपराज्यपाल पर हमला करते रहे. उन्होंने कहा कि नड्डा साहब से पूछिए कहां हैं, क्या कर रहे हैं? दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 10 हजार बेड हैं. अस्पतालों में पूरे इंतजाम किए थे, लेकिन उपराज्यपाल ने शासन पैरालाइज कर दिया है. एलजी साहब ने फाइल का ढेर लगा लिया है. उनकी जांच कमिटी दिन रात काम क्यों नहीं करती है. अधिकारियों में डर है कि काम किया तो सजा मिलेगी. दिल्ली सरकार को एलजी बदनाम करना चाहते हैं. आगे स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सफाई करना एमसीडी का काम है, लेकिन ये जेब की सफाई करते रहते हैं. एक बिल्डिंग बनती है तो 2 लाख रुपए रिश्वत लेते हैं.
विज्ञान समझाने लगे मंत्री जी
सत्येंद्र जैन ने आरोप लगाया कि सफदरजंग और एम्स जैसे अस्पताल मरीजों को इलाज के लिए एंट्री नहीं देते हैं. हालांकि चिकनगुनिया से 4 मौत के सवाल पर मंत्री महोदय विज्ञान समझाते हुए बोले कि चिकनगुनिया से पूरे संसार के अंदर एक मौत नहीं हुई है. बायोलॉजी में ऐसा संभव नहीं है. अगर ऐसा है तो मेडिकली साबित करे अस्पतालं. सत्येंद्र जैन के मुताबिक जिनके मौत की वजह चिकनगुनिया बताई गयी, तो उस शख्स को कोई और बीमारी भी साथ में रही होगी.
...और फेंक दिया मोबाइल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के सबसे आखिरी में पत्रकारों के सवाल पूछने का सिलसिला शुरू हुआ. इस दौरान सत्येंद्र जैन के ठीक सामने बैठे एक टीवी चैनल के पत्रकार मोबाइल पर देखकर मंत्री से सवाल पूछ रहे थे. सत्येंद्र जैन ने उस पत्रकार से पूछा कि क्या आपको मोबाइल पर सवाल फीड किए जा रहे हैं? इसके जवाब में उस पत्रकार ने अपना मोबाइल मंत्री के सामने तेजी से रख दिया और इस बात पर सत्येंद्र जैन भड़क गए और बोले की मोबाइल मुझे भी फेंकना आता है. ऐसा कहते हुए जैन बौखला गए, और मोबाइल पत्रकार के सामने फेंक दिया.