दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से एसआईटी जांच को लेकर लगाई गई याचिका पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. दरअसल, दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के दो वकीलों पर हाल ही में हमला हुआ था.
उनकी गाड़ियों को जला दिया गया था. इससे नाराज वकीलों ने 25 जनवरी को दिल्ली हाईकोर्ट में सीनियर वकीलों पर हुए हमले के विरोध में हड़ताल तक की थी. दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट कीर्ति उप्पल और सीनियर एडवोकेट विकास पहावा के घर के बाहर ही उनकी गाड़ी को फूंक दिया गया था और दफ्तर पर हमला किया गया. यह दोनों वकील दीपा आर्या नाम की एक महिला वकील के प्रॉपर्टी के विवाद से जुड़े एक मामले में उसकी तरफ से कोर्ट में पेश हो रहे थे.
वकीलों का कहना है कि उनकी सुरक्षा को लेकर सख्त इंतजाम होने चाहिए और जिस तरह की हाल फिलहाल में घटनाएं हुई है उसकी जांच एसआईटी से होनी चाहिए. दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए दीपा आर्या के केस में पेश हो रहे सभी वकीलों को सुरक्षा देने के लिए दिल्ली पुलिस को आदेश दिए हैं.
दरअसल, एक प्रॉपर्टी विवाद में दीपा आर्या नाम की महिला वकील का प्रॉपर्टी को लेकर उसके अपने ही रिश्तेदारों से झगड़ा चल रहा है. जब मामला कोर्ट तक पहुंचा तो कोर्ट ने आदेश दिया कि दीपा आर्या के खिलाफ पुलिस फिलहाल कोई कार्रावाई ना करे, लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद दीपा आर्या को दिल्ली पुलिस उसके घर से पकड़कर ले गई.
इसी के विरोध में वकील वकीलों ने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया और हाई कोर्ट के आदेश के बाद इस मामले से जुड़े पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया गया. लेकिन मामला यहीं नहीं रुका, उसके बाद दीपा आर्या की तरफ से पेश हो रहे वकील वकीलों के घरों, दफ्तरों और कार को जलाने की घटना सामने आई.
कोर्ट ने कीर्ति उप्पल और सीनियर एडवोकेट विकास पाहवा की कार जलाने के मामले मे दिल्ली पुलिस से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी. 25 जनवरी को दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने कोर्ट मे सीनियर वकीलों पर हुई हमले के विरोध मे हड़ताल की थी.