दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने सौतेले बेटे की हत्या की दोषी और आजीवन कारावास की सज़ा काट रही एक महिला को जमानत देते हुए उसकी उम्र कैद की सज़ा को फिलहाल सस्पेंड कर दिया है, लेकिन कोर्ट ने ये ज़मानत उसे इस शर्त पर दी है कि वो बच्चों से जुड़े एक एनजीओ में सामाजिक सेवा करेगी, ऐसा ना करने पर उसे मिली जमानत को रद्द कर दिया जाएगा.
इसके अलावा कोर्ट ने महिला को जमानत देते हुए 25 हजार रुपये का निजी मुचलका भी भरने का आदेश दिया है. हाई कोर्ट ने यह आदेश यह देखने के बाद किया है कि उस महिला के लिए जेल में रहने के कारण उसका अपना 7 साल का बेटा देखभाल ना होने के कारण बीमार है.