दिल्ली में एक बार फिर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर रविवार से ही हड़ताल पर हैं और आज यानी सोमवार को भी उनकी हड़ताल जारी रहेगी. डॉक्टरों का कहना है कि शनिवार को एक मरीज के अटेंडेंट ने एक डॉक्टर के साथ मारपीट की थी, अभी तक आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई.
डॉक्टरों के हड़ताल के कारण ओपीडी सेवाएं बंज हैं. केवल आपातकालीन सेवाएं चल रही है. हड़ताली डॉक्टर अभिषेक भाटिया ने कहा कि जब तक ऐसा होता है, हम कोई काम नहीं करेंगे. केवल आपातकालीन सेवाएं चलेंगी. शनिवार रात यहां एक डॉक्टर की पिटाई की गई और उसे घायल कर दिया गया. मरीज की हालत गंभीर थी, सब कुछ समझाया गया था, फिर भी 10-15 लोग आए और डॉक्टर की पिटाई की.
Dr Abhishek Bhatia: As long as this happens we won't do any work. Only emergency services,& nothing else, will be operational. A doctor was thrashed & injured here last night. Patient wasn't in a good condition,everything was explained, even then 10-15 people came&thrashed doctor pic.twitter.com/ElLHSQLTHM
— ANI (@ANI) July 1, 2019
दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल में शनिवार रात किडनी फेल होने की वजह से एक मरीज की मौत हो गई. इसके बाद मरीज के घरवालों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया और 2 डॉक्टरों की पिटाई कर दी. पुलिस ने डॉक्टरों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है. हिंदूराव के डॉक्टरों ने मारपीट के विरोध में रविवार को काम बंद कर दिया था. इसी मामले को लेकर डॉक्टर हड़ताल हैं.
डॉक्टरों ने बताया कि शनिवार की देर रात एक मरीज को गंभीर हालत में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया गया था. मरीज की दोनों किडनी फेल हो गई थी. डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने अपने स्तर पर मरीज का इलाज किया और उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. लेकिन मरीज के परिजन भड़के हुए थे, उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया और दो डॉक्टरों पर हमला कर दिया. इस घटना में एक इंटर्न डॉक्टर और जूनियर डॉक्टर घायल हो गए.
घटना से नाराज डॉक्टरों ने अस्पताल में कामकाज बंद कर दिया है. डॉक्टरों का आरोप है कि रात को न तो अस्पताल में प्रबंधन का कोई प्रतिनिधि होता है और न ही आस-पास सुरक्षा गार्ड मिलते हैं. डॉक्टरों ने कहा कि अस्पताल में हमारी सुरक्षा बड़ा सवाल बन गई है. डॉक्टरों ने कहा कि चिकित्सकों पर हमला करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. कुछ दिन पहले कोलकाता में भी डॉक्टरों पर हमले के बाद वहां के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे, उनके समर्थन में देश भर के डॉक्टर आ गए थे.