जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 साल की बच्ची से हुई बर्बरता के बाद जहां सरकार ने कानून सख्त करने का फैसला किया है, वहीं इस मसले पर राजनीति भी जमकर हो रही है. अब रेप पीड़िता का नाम सार्वजनिक होने पर नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. कई लोग इसे धर्म से भी जोड़कर देख रहे हैं.
शनिवार शाम दिल्ली में इंडिया गेट के सामने 200 मीटर लंबे तिरंगे के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने मार्च निकाला. यह मार्च हिंदू धर्म और देवी-देवताओं के सम्मान में आयोजित किया गया. जिसमें दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा भी मौजूद रहे.
इस दौरान कपिल मिश्रा ने कहा कि यह पहली बार है जब रेप पीड़िता का नाम सार्वजनिक किया गया. इससे पहले भी कई रेप कांड हुए, दिल्ली में भी निर्भया रेप कांड हुआ, लेकिन किसी भी पीड़िता का नाम सार्वजनिक नहीं किया जाता था. उन्होंने कहा कि पीड़िता का नाम सामने रखकर किसी एक धर्म को बदनाम करने के लिए यह साजिश रची गई.
हालांकि, कपिल मिश्रा ने रेप आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन की वकालत की. लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि रेप पर राजनीति हो रही है और एक धर्म को टारगेट किया जा रहा है.
इस मौके पर मौजूद वकील प्रशांत पटेल ने कहा कि पूरे विश्व में हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. एयरपोर्ट में ऐसी टी-शर्ट पहन कर हिंदू धर्म का अपमान करने वालों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं और ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है.