आतंकवादी संगठन ISI के K-2 डेस्क ने राजधानी दिल्ली के लाल किले पर हमले का प्लान बनाने के साथ- साथ पंजाब में बजरंग दल के लीडर की हत्या की भी योजना बनाई थी और इसके लिए 2 लाख रुपये भेजे थे. इसके अलावा इस संगंठन द्वारा हरिद्वार में साधुओं की हत्या का भी योजना बनाई गई थी. दिल्ली पुलिस ने साल 2023 की शुरुआत में राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके से आतंकी नौशाद और जगजीत सिंह को गिरफ्तार किया था.
इसी मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने 10 मई को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. सूत्रों के मुताबिक आतंकी नौशाद और जगजीत को दिल्ली के लाल किले पर सुरक्षा में तैनात जवानों पर फायरिंग करने का टास्क मिला था. नौशाद पाकिस्तान में मौजूद लश्कर-ए तोयबा के आतंकी सोहेल के संपर्क में था.
सोहेल को साल 2000 में लाल किले पर हुए हमले के आरोप में गिरफ्तार किया गया था वो तिहाड़ जेल में बंद था उसी जेल में नौशाद भी बंद था जहां दोनों की मुलाकात हुई थी. साल 2013 में सोहैल रिहा हुआ और पाकिस्तान पहुंच गया अब वहीं से वो भारत को दहलाने की साजिश रच रहा है. नौशाद और जगजीत उर्फ जग्गा को पंजाब में बजरंग दल के एक लीडर की हत्या का टास्क दिया गया था, हवाला के जरिए 2 लाख भेजे गए थे, दोनों ने पंजाब में बजरंग दल के लीडर की रेकी भी कर ली थी लेकिन किसी वजह से प्लान फेल हो गया था.
नौशाद जहां पाकिस्तान में बैठे ISI के हैंडलर और लश्कर आतंकी सोहैल के संपर्क में था तो वहीं जगजीत विदेश में बैठे गैंगस्टर और खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला के संपर्क में था. जांच में ये भी खुलासा हुआ था की नौशाद और जगजीत ने अपने हैंडलर का भरोसा जितने के लिए दिल्ली से एक हिंदू लड़के राजा को किडनैप किया उसे दिल्ली के भलस्वा डेयरी ले गए, राजा के हांथ पर भगवान शिव का टैटू बना हुआ था दोनों उसका गला रेता और वीडियो हैंडलर को भेजा था जिसके बाद हैंडलर का भरोसा दोनों पर हो गया था.