कोरोना संकट और ऑक्सीजन की किल्लत के बीच, देश की राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में पानी की कमी हो सकती है. दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Jal Board) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि उसे पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि हरियाणा और पंजाब से मिलने वाले पानी की आपूर्ति में कमी आई है. ऐसे में दिल्ली में अस्पतालों को आपूर्ति किए जा रहे पानी में कटौती करनी पड़ सकती है.
कहा गया कि दिल्ली में 6 मई से 8 मई तक पानी की कमी देखी जा सकती है. दिल्ली जल बोर्ड का कहना है कि शहर में पानी की आपूर्ति "गंभीर रूप से कम" हो सकती है. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट की बेंच कल (गुरुवार) पंजाब और हरियाणा से आपूर्ति से संबंधित मामले की सुनवाई करेगा.
बुधवार को जारी दिल्ली जल बोर्ड के नोटिस के अनुसार, यमुना नदी का वज़ीराबाद में जल स्तर 674.5 फीट के मानक स्तर के मुकाबले 667.20 फीट तक गिर गया था. हरियाणा ने भी पानी सप्लाई में कमी की है. ऐसे में कई हिस्सों में पानी की कमी हो सकती है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में सिविल लाइंस, हिंदू राव अस्पताल और आसपास के क्षेत्र, कमला नगर, शक्ति नगर और आसपास के क्षेत्र, करोल बाग, पहाड़गंज और एनडीएमसी क्षेत्र, ओल्ड और न्यू राजिंदर नगर, पूर्वी पटेल नगर शामिल हैं. पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी के इलाके भी प्रभावित हो सकते हैं.
दक्षिण दिल्ली के इलाकों के भी प्रभावित होने की संभावना है. जिसमें ग्रेटर कैलाश, कालकाजी, गोविंदपुरी, अमर कॉलोनी, तुगलकाबाद, संगम विहार, अंबेडकर नगर, प्रह्लादपुर और आसपास के क्षेत्र शामिल हैं. दिल्ली के अन्य हिस्सों में, रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, बरारी और आसपास के इलाकों के कुछ हिस्सों के भी प्रभावित होने की आशंका है.