यमुना आरती को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं. जहां एक ओर कपिल मिश्रा ने इस बार भी यमुना आरती में हिस्सा लिया, तो दूसरी ओर केजरीवाल ने इससे किनारा काटा. इसको लेकर कपिल मिश्रा ने सीएम केजरीवाल पर जमकर तंज कसा.
शनिवार को दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने सोनिया विहार इलाके में यमुना आरती का आयोजन किया. दिल्ली में पिछले दो साल से यमुना आरती का आयोजन भैया दूज के दिन किया जा रहा है. दिल्ली शहर में यमुना नदी बहुत प्रदूषित है, ऐसे में छठ पर्व के नजदीक आते ही जिस तरह से यमुना की सफाई की बात की जाती है, उसमें कहीं न कहीं राजनेताओं की वोट बैंक की राजनीति नजर आ रही है.
पिछले साल सोनिया विहार में यमुना आरती के आयोजन पर दिल्ली सरकार की पूरी कैबिनेट हाजिर थी. हालांकि इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल न तो कुदसिया घाट और न ही सोनिया विहार की आरती में शामिल हुए यानी जहां आपका वोट बैंक है, वहां के अलावा मुख्यमंत्री साहब ने कहीं भी जाना मुनासिब नहीं समझा. दिल्ली के कुदसिया घाट में उपराज्यपाल ने यमुना आरती की.
इस मौके पर दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने ऐलान किया कि यमुना सफाई के लिए किए गए तमाम वायदे अक्टूबर तक शुरू नहीं किए गए, तो पूर्वी दिल्ली के इलाकों में खासकर करावल नगर, सोनिया विहार, भजनपुरा और घोंडा की जनता को साथ में लेकर वह दिल्ली के मालिक केजरीवाल के यहां प्रदर्शन करेंगे.
इसके साथ ही कपिल मिश्रा ने अपनी विधानसभा की जनता से कहा कि अरविंद केजरीवाल का यमुना प्रेम अब समाप्त हो गया है. इसलिए वो यमुना पार की जनता से भेदभाव कर रहे हैं. इस तरह कपिल मिश्रा ने जाहिर किया कि कहीं ना कहीं दिल्ली शहर में अक्टूबर के बाद राजनीति यमुना के मद्देनजर की जाएगी कि आखिर क्यों 1998 से बन रहा सिग्नेचर ब्रिज अब तक नहीं बना है? आखिर क्यों पिछले 25 साल से लगातार गंदी हो रही यमुना नदी अब तक नाले में तब्दील होती जा रही है?