दिल्ली के करोलबाग के होटल में हुए भीषण अग्निकांड के बाद सवालों के घेरे में आए मेयर ने दिल्ली सरकार पर हमला बोला है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC)के मेयर आदेश गुप्ता ने कहा कि प्रथम दृष्ट्या गलती दिल्ली सरकार के फायर विभाग की लग रही है. फायर विभाग ने बगैर जांच के होटल को फायर की एनओसी क्यों और कैसे दे दी, इसकी जांच होनी चाहिए.
मेयर आदेश गुप्ता ने कहा कि बिल्डिंग डिपार्टमेंट के अधिकारियों को इस बारे में चेता दिया गया है कि आसपास के तमाम रिहायशी इलाकों में इस तरीके का सर्वे किया जाए कि कहां-कहां व्यवसायिक गतिविधियां चल रही हैं और उनकी स्थिति कितनी खतरनाक स्तर तक है. दिल्ली के करोल बाग स्थित अर्पित पैलेस होटल में मंगलवार को शॉर्ट सर्किट से लगी आग से 17 लोगों की मौत हो गई है, इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. हादसे के बाद होटल के जनरल मैनेजर राजेंद्र और मैनेजर विकास को गिरफ्तार कर लिया गया है.
एमसीडी सूत्रों के अनुसार दिल्ली के मास्टर प्लान के अनुसार का करोल बाग इलाका दिल्ली के वाल्ड सिटी (walled city) के अंदर आता है ऐसे में यहां पर जितनी भी बिल्डिंग 2007 के पहले बनी हुई है उन्हें छूट दी गई है यानी उन बिल्डिंग में किसी भी तरह की नगर निगम तोड़फोड़ या कार्रवाई नहीं कर सकता है भले ही कितना उल्लंघन किया गया हो.
दरअसल, 1983 के दिल्ली म्युनिसिपल एक्ट के स्पेशल प्रोटेक्शन के तहत दिल्ली के कई इलाके जो कि बेहद पुराने हैं उन्हें इस तरीके की छूट मिली हुई है कि नगर निगम उन इमारतों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं कर सकता है. यही वजह है कि नगर निगम ने इस होटल और इसकी वजह से कई होटलों पर किसी भी तरह की कार्रवाई करने से असमर्थता जता दी है.
करोलबाग हादसे के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम की कमिश्नर वर्षा जोशी ने केशवपुरम जोन की डिप्टी कमिश्नर इरा सिंघल के निर्देशन में जांच समिति बना दी है. कमिश्नर का कहना है कि इस समिति को जांच के लिए 3 दिन दिए गए हैं और शुक्रवार शाम 5 बजे यह जांच समिति अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर देगी. इसके साथ ही कमिश्नर ने सभी अधिकारियों को जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया है. कमिश्नर का कहना है कि जाच रिपोर्ट के बाद जो भी अफसर दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अनिल लाकड़ा ने इस घटना के बाद मेयर आदेश गुप्ता का इस्तीफा मांग लिया है. अनिल लाकड़ा का कहना है कि जब से आदेश गुप्ता ने कुर्सी संभाली है, उत्तरी दिल्ली नगर निगम में एक के बाद एक हादसे हो रहे हैं, और इन हादसों में लोगों की जानें भी जा रही हैं, लेकिन नगर निगम के मेयर को जरा भी फर्क पड़ता हुआ नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा कि इसी के साथ जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.