रोटी, कपड़ा और मकान ये तीन चीजें हर किसी के लिए मूलभत आवश्यकताएं होती हैं. दिल्ली जैसे बड़े शहर में रोटी और कपड़े का प्रबंध तो हर कोई किसी तरह से कर लेता है. लेकिन अपना मकान हो, ये सपना सभी का पूरा नहीं हो पाता है. आशियाना छोटा हो या बड़ा, अपना आशियाना अपना ही होता है.
अब दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने 2021-22 के बजट में बड़ा ऐलान किया है. केजरीवाल सरकार ने जहां झुग्गी, वहीं मकान देने की घोषणा की है. झुग्गी और अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के लिए दिल्ली सरकार का यह एक बड़ा तोहफा है. इस प्रोजेक्ट पर दिल्ली सरकार तेजी से काम कर रही है.
दरअसल, सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने जहां झुग्गी वहीं मकान योजना की शुरुआत की है. इसके जरिए झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे गरीब लोगों को मकान दिए जाएंगे. केजरीवाल सरकार की तरफ से झुग्गीवासियों को जल्द मकान आवंटित करने का काम शुरू किया जाएगा.
सुल्तानपुरी के पास मकान आवंटित करने का काम जल्द
मुख्यमंत्री केजरीवाल का कहना है कि जहां झुग्गी है, वहीं मकान उपलब्ध कराने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है. इसी कड़ी में सुल्तानपुरी के नजदीक झुग्गी बस्ती में रहने वालों के लिए 1060 मकान आवंटित करने का काम अंतिम चरण में है. इसके अलावा देव नगर, करोल बाग में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए 784 बहुमंजिला मकानों का निर्माण शुरू कर दिया गया है.
5 हजार करोड़ से अधिक में बदलेगा जीवन
केजरीवाल सरकार ने 2021 में आवास और शहरी विकास की परियोजनाओं व योजनाओं के लिए 5328 करोड रुपये के प्रावधान का प्रस्ताव किया है. इसके जरिए झुग्गी झोपड़ी मे रहने वाले लोगों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी.
619 झुग्गी बस्तियों में कराए गए विकास कार्य
ड्यूसिब के प्रयासों से एनडीएमसी, एसडीएमसी और ईडीएमसी की सभी झुग्गी बस्तियों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है. यहां 674 जन सुविधा केंद्र उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें 21586 वेस्टर्न सीट लगी हुई हैं. इसके अलावा झुग्गी बस्तियों में विकास कार्य किए गए हैं. 619 झुग्गी बस्तियों में 10 लाख 16 हजार 531 मीटर सीमेंट-कंक्रीट के फुटपाथ बनाए गए हैं. इसके अलावा 250 किलोमीटर नालियों का निर्माण कराया गया है. ताकि झुग्गी झोपड़ियों को गंदगी से निजात दिलायी जा सके. यहां रह रहे लोगों का जीवन बदलने के लिए 20 नए बस्ती विकास केंद्र बनाए गए हैं.