देश में प्याज की कीमतों को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. कई जगहों पर प्याज की कीमतें 100 रुपये किलो तक बढ़ जाने की खबरें आ रही हैं. दिल्ली में भी प्याज 70 से 80 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है. बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर दिल्ली वालों को सस्ती प्याज मुहैया ना कराने को लेकर हमला किया है.
वहीं, केजरीवाल के खाद्य आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को चिट्ठी लिखी है. महंगी प्याज को लेकर इमरान हुसैन ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से पूछा है कि आखिर 60 रुपये किलो वाली प्याज सरकार खरीदे तो खरीदे कैसे.
दरअसल, देश में हो रही प्याज की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने इजिप्ट से प्याज का आयात किया है. केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के मुख्य सचिव को 23 नवंबर को एक चिट्ठी भेजी गई थी, जिसमें बताया गया है कि सरकार इजिप्ट से प्याज मंगा रही है, जो लगभग 52 से 55 रुपये किलो की कीमत में है और उसे अलग-अलग सरकारों को नेफेड के जरिए 60 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जाएगा.
आयात के 5 दिनों के बाद मुहैया
दिलचस्प यह है कि प्याज का यह आयात भी 10 दिसंबर के बाद ही शुरू होगा. प्याज की पहली खेप दिल्ली वालों को 10 दिसंबर के बाद ही मिलने वाली है. इतना ही नहीं इजिप्ट से आने वाली प्याज की कीमत लगभग 60 रुपये प्रति किलो तक पड़ेगी. प्याज की इसी महंगी कीमत को देखते हुए दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन ने रामविलास पासवान को चिट्ठी लिखकर कहा है कि केंद्र सरकार उसे या तो अलवर से प्याज देगी या फिर इजिप्ट से आयात की जाने वाली प्याज देगी, वह भी आयात के 5 दिनों के बाद ही मुहैया होगी.
दिल्ली वालों को मिले सस्ता प्याज
केजरीवाल के मंत्री ने चिट्ठी में लिखा है कि जब केंद्र सरकार के नए फ्लैट की ओर से दिल्ली सरकार को 15.60 रुपये किलो प्याज बेची गई तब वह दिल्ली वालों को 23.90 रुपये प्रति किलो की दर से बेची गई. ऐसे में अगर केंद्र सरकार ही प्याज 60 रुपये किलो बेचेगी तो इतना महंगी प्याज दिल्ली के लोगों को सस्ती कैसे मिलेगी.
केजरीवाल के मंत्री ने पासवान से गुहार लगाई है कि वह केंद्र सरकार का प्राइस टेबल मैकेनिज्म फंड का इस्तेमाल करते हुए लेफिट के जरिए उसे पिछली यानी 15.60 रुपये पैसे प्रति किलो की दर से ही प्याज मुहैया कराए, ताकि दिल्ली वालों को सस्ता प्याज मिल सके.
जनता तक पहुंचते प्याज की कीमत 80 रुपये
दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन का कहना है कि अगर वह केंद्र सरकार से ही 60 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज खरीदेगी तो दिल्ली की जनता तक पहुंचते-पहुंचते इस प्याज की कीमत 80 रुयपे प्रति किलो तक हो जाएगी, जबकि बाजार में और मदर डेयरी पर प्याज पहले से ही 70 से 75 रुपये प्रति किलो की दर से मौजूद है, ऐसे में जनता को कोई फायदा नहीं होगा. कुल मिलाकर दिल्ली क्या पूरे देश को फिलहाल सस्ता प्याज मिलने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं पड़ती.