उत्तरी पूर्वी दिल्ली के घोंडा गुजरान और सोनिया विहार में प्रस्तावित लैंडफिल साइट के खिलाफ सभी पार्टियां एकजुट हो गई हैं. वहीं दूसरी तरफ करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा ने गुरुवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से इस मामले में मुलाकात की है.
गुरुवार को कपिल मिश्रा ने एलजी अनिल बैजल के साथ-साथ ईस्ट एमसीडी कमिश्नर रणबीर सिंह से भी मुलाकत की. साथ ही प्रस्तावित लैंडफिल साइट बनाने का विरोध किया. कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि यमुना पर दो लैंडफिल बनाने का जो प्रस्ताव तैयार किया हैं, उसमें अधिकारियों ने तथ्य छिपा लिया कि ये दोनों प्रस्तावित साइट यमुना रिवर बेड पर स्थित हैं. यहां से पूरे शहर को पीने के पानी की सप्लाई होती है.
कपिल मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये चिंताजनक बात हैं कि डीडीए ने भी इस प्रस्ताव को स्वीकार करने की जानकारी दी है. जबकि खुद डीडीए के मास्टर प्लान के मुताबिक, ये साइट जोन "ओ" में स्थित है, जहां लैंडफिल बनाना गलत हैं. इसके अलावा कपिल मिश्रा ने उपराज्यपाल को प्रस्तावित लैंडफिल साइट के लिए चिन्हित ज़मीन से जुड़े कुछ तथ्य भी रखे.
कपिल मिश्रा के मुताबिक, ये दोनों साइट यमुना रिवर बेड पर स्थित हैं. म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट प्रबंधन की गाइड लाइन के मुताबिक, यहां लैंडफिल बना गैरकानूनी है. उन्होंने बताया कि ये दोनों प्रस्तावित लैंडफिल साइट उत्तर पूर्वी जिले में स्थित हैं. बता दें कि दिल्ली के सबसे ज्यादा घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक हैं. यहां लैंडफिल बनाने का मतलब लगभग 25 लाख लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है.
कपिल मिश्रा ने बताया कि इस क्षेत्र की एयर क्वालिटी पहले से "अति गंभीर" है. लैंडफिल बन जाने से यहां की एयर क्वालिटी और विषैली हो जाएगी. इन प्रस्तावित लैंडफिल साइट के पास रिज़र्व फारेस्ट क्षेत्र है. कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि यहां लैंडफिल साइट का निर्माण दिल्ली के मास्टर प्लान का उल्लंघन तो है ही. वहीं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की गाइडलाइन का भी उल्लंघन हैं. इसके मुताबिक, नदी फ्लड प्लैन में लैंडफिल नहीं बनाया जा सकता. यहां लैंडफिल साइट बनने से यमुना नदी में प्रदूषण कई गुना बढ़ जाएगा.
कपिल मिश्रा ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से निवेदन किया. उन्होंने कहा कि इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यहां लैंडफिल बनाने के प्रस्ताव को तुरंत रद्द किया जाए. लैंडफिल बनाने के लिए आबादी और वाटर बॉडी से दूर दूसरी जगह ढूंढी जाए.