राजधानी दिल्ली में आजतक की खबर का बड़ा असर हुआ है. खबर दिखाए जाने के बाद दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) लैंडफिल साइट्स के लिए दिल्ली नगर निगम को 130 एकड़ जमीन देने के लिए तैयार हो गया है.
इस फैसले की जानकारी डीडीए ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) को भी दे दी है. दरअसल, आजतक पर दिल्ली में लैंडफिल साइट्स को लेकर दिखाई गई खबर के बाद डीडीए ने ईस्ट एमसीडी को दो जगह लैंडफिल साइट के लिए जमीन देने का फैसला किया है. ईस्ट एमसीडी को सोनिया विहार और गोंडा गुर्जन में लैंडफिल साइट के लिए जगह मिली है.
सोनिया विहार में डीडीए ने 88 एकड़ जमीन दी है, जबकि गोंडा गुर्जन में 44.7 एकड़ जमीन दी गई है. हालांकि, ईस्ट एमसीडी की तरफ से 180 एकड़ जमीन लैंडफिल साइट के लिए मांगी गई थी.
दिल्ली की लैंडफिल साइट्स पर लगातार बढ़ रहे कूड़े के ढेर और आग लगने की घटनाओं से बढ़ रहे प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए डीडीए नई लैंडफिल साइट्स बनाने के लिए डीडीए को जमीन दे रहा है. एनजीटी इस मामले की सुनवाई कर रहा है.
एनजीटी ने लैंडफिल साइट्स में लग रही आग को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर और ईस्ट एमसीडी कमिश्नर को भी पिछले हफ्ते तलब किया था. सोमवार को ईस्ट एमसीडी कमिश्नर और जॉइंट सीपी पेश हुए. इस दौरान एनजीटी ने कहा कि आग लगने की घटनाओं पर गंभीरता से काम कीजिए. एनजीटी ने डीडीए को कहा कि आप हलफनामा दीजिए कि लैंडफिल साइट्स के लिए जमीन दे रहे हैं. इस मसले पर अगली सुनवाई 3 मई को होगी.