दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री और AAP विधायक सोमनाथ भारती की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. आधी रात को अफ्रीकी महिलाओं के खिलाफ छापेमारी के मामले में उपराज्यपाल नजीब जंग ने उन पर आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए केंद्र की मंजूरी मांगी है.
अवकाशप्राप्त अतिरिक्त जिला न्यायाधीश बी एल गर्ग की जांच रिपोर्ट में खिड़की एक्सटेंशन की घटना के मामले में मालवीय नगर पुलिस को एक तरह से क्लीनचिट दे दी गई थी. फरवरी में रिपोर्ट जंग को सौंपी गई थी.
दिल्ली सचिवालय के सूत्रों के मुताबिक, उपराज्यपाल ने राज्य सरकार के गृह, कानून और न्याय विभागों को रिपोर्ट भेजकर उनके विचार जानने चाहे थे.
गृह विभाग ने कहा था कि पूर्व कानून मंत्री के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए. विभाग ने कानून विभाग से इस बारे में राय मांगी थी कि क्या अज्ञात लोगों के खिलाफ पहले ही दर्ज मामले में भारती का नाम शामिल किया जाना चाहिए या अलग मामला दर्ज करने की जरूरत है.
गृह विभाग की रिपोर्ट के बाद उपराज्यपाल ने भारती के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए केंद्र की इजाजत मांगी है.
गर्ग की रिपोर्ट में संकेत दिया गया कि पुलिस ने कानून के मुताबिक काम किया और मंत्री के समर्थकों ने पुलिस के कामकाज में दखल दिया.
15-16 जनवरी की रात घटी इस घटना के मामले में उपराज्यपाल ने जांच का आदेश दिया था. भारती की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने आधी रात को दक्षिण दिल्ली के खिड़की एक्सटेंशन में युगांडा की महिलाओं के खिलाफ छापेमारी की थी. इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से उनकी बहस भी हो गयी थी.