दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच घमासान जारी है. एलजी वीके सक्सेना ने एक लेटर में सीएम केजरीवाल और उनकी सरकार पर पानी के बिल माफी योजना को लेकर एक भ्रामक कहानी गढ़ने का आरोप लगाया है. ये पत्र उस दावे के जवाब में लिखा गया था जिसमें कहा गया था कि बीजेपी एलजी वीके सक्सेना की संवैधानिक ताकतों पर अनुचित कंट्रोल कर रही है. इस दावे के एलजी ने गैर-जिम्मेदाराना और संवैधानिक औचित्य का उल्लंघन करार दिया है.
एलजी वीके सक्सेना ने अपनी आपत्ति दिल्ली जल द्वारा सुझाई गई वन टाइम सेटलमेंट स्कीम से संबंधित एक विसंगति पर जताई हुई है. अपने पत्र में एलजी ने केजरीवाल सरकार के भ्रामक आचरण के लिए निंदा की, जिसमें कहा गया कि पानी के बिल से जुड़े मुद्दे सीधे दिल्ली सरकार के नियंत्रण में आते हैं, न कि एलजी के.
दिल्ली एलजी के पत्र में डीजेबी से संबंधित भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए गए है. जिसमें दिल्ली के नागरिकों को पर्याप्त जल आपूर्ति और सीवेज कनेक्शन प्रदान करने में असमर्थता के लिए केजरीवाल सरकार की आलोचना की गई है. उन्होंने शहर की विकास संबंधी चुनौतियों से निपटने में केजरीवाल सरकार की अक्षमता का भी जिक्र किया है.
एलजी सक्सेना ने केजरीवाल सरकार पर शहर के वास्तविक विकास पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय राजनीतिक दोषारोपण पर पूरा ध्यान लगाने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि ये पानी के बिल के मुद्दे सीधे दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र में आते हैं, इन समस्याओं को सुधारने की दिशा में दिल्ली सरकार की ज़िम्मेदारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
बता दें कि पानी के बढ़े हुए बिलों को लेकर हाल ही में सीएम केजरीवाल ने बीजेपी और उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर निशाना साधते हुए कहा था कि भाजपा ने एलजी को बोल दिया है, इसलिए ये योजना लागू नहीं करने दे रहे है, लेकिन मैं इसे लागू कराकर ही रहूंगा. केजरीवाल ने कहा कि जब घी सीधी उंगली से ना निकले तो टेढ़ी करनी पड़ती है. सीएम ने कहा कि बीजेपी वालों ने LG को कहकर ये स्कीम रुकवा दी है. बीजेपी को ये नहीं करना चाहिए. बीजेपी की दुश्मनी जनता से नहीं है, यह स्कीम मैं लागू करवाकर रहूंगा. चाहे मुझे भूख हड़ताल पर क्यों न बैठना पड़े.
केजरीवाल ने कहा था कि हम बढ़े हुए पानी के बिलों के मुद्दे पर विचार कर रहे हैं, एकमुश्त समाधान योजना लाकर इसे हल करने की योजना बना रहे हैं. नीति में देरी हुई, क्योंकि भाजपा हमारे लिए बाधाएं पैदा कर रही है. जितनी जल्दी हो सके, हम इस योजना को लाने पर काम कर रहे हैं. सीएम केजरीवाल ने कहा था कि अभी मैं कई लोगों से मिला. लोगों के पानी के बढ़े हुए बिल आ रहे हैं. किसी का एक लाख का बिल है तो किसी का सवा लाख का बिल आया है. उन्होंने कहा कि इसे ठीक होने में कई साल लगेंगे इसलिए हम स्कीम लेकर आ रहे हैं. 90% प्रतिशत से ज्यादा लोगों का बिल जीरो हो जाएगा. गलत बिल भरने की जरूरत नहीं है.