दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच जारी तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है. अब दिल्ली के LG वीके सक्सेना ने सीएम अऱविंद केजरीवाल को चिट्टी लिखी है. इसमें उन्होंने लिखा है कि गांधी जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री या फिर दिल्ली सरकार का कोई भी मंत्री राजघाट नहीं पहुंचा. न ही लाल बहादुर शास्त्री की समाधि पर सीएम केजरीवाल या कोई मंत्री नहीं आया. इस पर एलजी वीके सक्सेना ने ऐतराज जताया है.
LG वीके सक्सेना ने कहा कि जहां प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आए हों, वहां ऐसा नहीं होना चाहिए था. उपराज्यपाल ने चिट्ठी में लिखा कि प्रथम दृष्टया यह मामला जानबूझकर प्रोटोकॉल तोड़ने का मामला मालूम पड़ता है. चिट्ठी में यह भी लिखा है कि इस तरीके के कार्यक्रमों का आयोजन दिल्ली सरकार की तरफ से किया जाता है और जो निमंत्रण पत्र जाता है, वह दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम से जाता है.
वहीं बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने इस मामले में कहा कि 2 अक्टूबर को दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल का राजघाट पर गैर मौजूद रहना अत्यंत गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि राजघाट, विजय घाट पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, PM मोदी सहित सभी गणमान्य लोग आते हैं.
कल 2 अक्टूबर को दिल्ली के CM का ग़ायब रहना अत्यंत गम्भीर
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) October 3, 2022
राजघाट विजय घाट पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति , PM सहित सभी गणमान्य लोग आते है
निमंत्रण दिल्ली के CM की तरफ़ से जी होता है
ये महात्मा गांधी का, शास्त्री जी का और देश की परम्पराओं का अपमान है
letter by @LtGovDelhi : pic.twitter.com/UxZjuBdoRb
कपिल मिश्रा ने कहा कि कार्यक्रम का निमंत्रण दिल्ली के CM की तरफ़ से होता है. ये महात्मा गांधी जी, लाल बहादुर शास्त्री जी का और देश की परंपराओं का अपमान है.
एलजी की चिट्ठी पर AAP प्रतिक्रिया
उपराज्यपाल वीके सक्सेना की चिट्टी पर आम आदमी पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया आई है. इसमें कहा गया है कि सीएम अरविंद केजरीवाल पिछले कई वर्षों में हमेशा गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं. उस दिन CM गुजरात में थे और इसलिए वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके. LG की चिट्ठी की वजह को समझना जरूरी है. साथ ही कहा कि एलजी ने पीएम के निर्देश पर ये पत्र लिखा है.
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