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दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़: ट्वीट एडिट कर घिरे एलजी, AAP ने कहा- आकाओं को बचा रहे

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के एक ट्वीट को एडिट करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है.

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उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली भगदड़ पर अपने ट्वीट को एडिट किया.
उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली भगदड़ पर अपने ट्वीट को एडिट किया.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के एक ट्वीट को एडिट करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. आम आदमी पार्टी (AAP) ने आरोप लगाया है कि एलजी ने घटना को हल्का दिखाने की कोशिश की और अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं. दरअसल, शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. रेलवे पुलिस के मुताबिक, प्रयागराज एक्सप्रेस और प्रयागराज स्पेशल ट्रेनों के नामों में भ्रम के कारण यात्री गलत प्लेटफॉर्म पर दौड़ पड़े, जिससे हादसा हुआ.

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घटना के तुरंत बाद दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि 'नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ और अव्यवस्था के कारण जान-माल का नुकसान हुआ है.' लेकिन 15 मिनट बाद उन्होंने ट्वीट एडिट कर दिया और 'जान-माल के नुकसान' की बात हटा दी. इसके बजाय, उन्होंने लिखा कि उन्होंने चीफ सेक्रेटरी और पुलिस कमिश्नर से बात की है और स्थिति पर नजर रख रहे हैं.

AAP ने साधा निशाना
आम आदमी पार्टी ने एलजी के इस कदम की कड़ी आलोचना की. AAP ने कहा,
'यह दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना हैं, जिन्हें केंद्र सरकार ने नियुक्त किया है. दिल्ली में करोड़ों लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार और एलजी की है. यह ट्वीट साबित करता है कि वे अपनी जिम्मेदारी से भागने में कितने माहिर हैं. पहले उन्होंने स्वीकार किया कि भगदड़ हुई और यात्रियों की मौत हुई. बाद में अपने आकाओं को बचाने के लिए, उन्होंने मौत का जिक्र हटाकर ट्वीट एडिट कर दिया.'

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AAP ने आगे कहा, '15 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, लेकिन केंद्र सरकार और एलजी इसे मानने तक को तैयार नहीं हैं, संवेदना व्यक्त करना तो दूर की बात है. यह उनकी विफलता का शर्मनाक उदाहरण है.'

BJP सरकार पर भी हमला
AAP सांसद संजय सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार इस घटना को दबाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, 'कुछ चश्मदीदों ने दावा किया है कि मरने वालों की संख्या सरकारी आंकड़ों से ज्यादा है. सरकार इस घटना को नकारने में लगी है. आखिर कब तक सरकार की यह टालमटोल और असंवेदनशीलता जारी रहेगी? रेलवे मंत्री और सरकार की जिम्मेदारी कब तय होगी?'

रविवार को रेलवे पुलिस ने बताया कि भगदड़ प्रयागराज एक्सप्रेस और प्रयागराज स्पेशल ट्रेनों के एक जैसे नामों के कारण हुई. यात्रियों ने ट्रेन छूटने के डर से गलत प्लेटफॉर्म पर दौड़ लगा दी, जिससे भगदड़ मच गई. सरकार ने इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.

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