दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के छात्रों के एडमिशन के लिए पहली बार पारदर्शी लक्की ड्रॉ प्रक्रिया का आयोजन किया गया. लक्की ड्रॉ की ये प्रक्रिया कंप्यूटराइज थी और इस पूरी प्रक्रिया को अभिभावकों और मीडिया की मौजूदगी में किया गया.
दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने बताया कि लक्की ड्रा में पारदर्शिता के लिए अभिभावकों, बच्चों और मीडिया को भी बुलाया गया था. इस ड्रा में तीन श्रेणियां शामिल थीं- नर्सरी, KG (प्री-प्राइमरी) और फर्स्ट क्लास. इस बार के एडमिशन प्रोसेस के लिए EWS कोटे के लिए वार्षिक आय की लिमिट ढ़ाई लाख को बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें शामिल किया जा सके.
इस बार ईडब्ल्यूएस कोटे के लिए नर्सरी के कुल 1299 प्राइवेट स्कूलों के 24 हज़ार 933 सीटों के लिए एक लाख 854 छात्रों के आवेदन प्राप्त हुए. इसी प्रकार K.G के 622 स्कूल की 4682 सीट के लिए 40488 आवेदन प्राप्त हुए. कक्षा 1 के 1213 स्कूल की 14430 सीट के लिए 62597 आवेदन प्राप्त हुए थे. इन सभी के लिए आज सफलतापूर्वक ड्रॉ कर लिया गया है. जिसके बाद सारे डेटा को फ्रीज कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि इसके लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई थी. उन्होंने सार्वजनिक रूप से CD बना कर सीडी को साइन करके सील कर दिया और उसे डायरेक्टर ऑफिस में जमा करा दिया.
सरकार ने बढ़ाई इनकम लिमिट
शिक्षा मंत्री श्री आशीष सूद ने बताया कि हमारी सरकार ने स्कूलों में प्रवेश के लिए EWS की आय सीमा को बढ़ाकर शिक्षा की सुलभता को और मजबूत करने का प्रयास किया है. हमने हर जरूरतमंद और गरीब बच्चों के लिए न्यायपूर्ण और निष्पक्ष प्रवेश प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सर्वोत्तम पारदर्शी उपाय प्रक्रिया अपनाई है.
तीन अलग-अलग जगहों पर लगाए कैमरे
पूरी प्रक्रिया पर बारीकी से नज़र रखने के लिए आयोजन स्थल पर तीन अलग-अलग स्थानों पर कैमरे लगाए गए थे. इस साल प्राप्त कुल 2.5 लाख आवेदनों के लिए कम्प्यूटरीकृत ड्रा आयोजित किया गया. जगह की सीमित क्षमता को देखते हुए पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखने के लिए, कई टेलीविजन स्क्रीन भी लगाई गईं. जिससे सभी उपस्थित माता-पिता ड्रा को अपने सामने देख सकें.
उन्होंने यह भी बताया कि चयनित बच्चों को आज शाम तक SMS मिल जाएगा. इस प्रक्रिया के तहत ड्रा के माध्यम से चुने गए छात्र अपने वेरिफिकेशन डॉक्यूमेंट लेकर आवंटित हुए स्कूलों में जमा करेंगे और सभी स्कूल उन्हें बिना किसी इनकार के प्रवेश देने के लिए बाध्य होंगे.
उन्होंने बताया कि दिल्ली के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने इतनी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ EWS कोटा के लिए ड्रा आयोजित किया. ये उपलब्धि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हमारे सरकार के दूरदर्शी नेतृत्व का प्रमाण है, जिसने सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का समान अवसर मिल सके.
उन्होंने कहा कि नर्सरी में दाखिले के लिए EWS कोटे की 25% सीटों पर दाखिले के लिए करीब ढाई लाख से ज्यादा आवेदन आए थे. लॉटरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूलों में EWS कोटे के तहत बच्चों का बहुत जल्द एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.