दिल्ली के टिकरी पीवीसी बाजार में शुक्रवार देर रात एक प्लास्टिक के गोदाम में भीषण आग लग गई. आग इतनी भयानक है कि उसकी चमक कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दी. हादसा की सूचना मिलते ही आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 25 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई. जानकारी के मुताबिक इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. फिलहाल पुलिस ने पूरे इलाके को खाली करा लिया है.
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कापसहेड़ा के सोनिया गांधी कैंप में लगी थी आग
दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में एक दिन पहले भीषण आग लग गई थी. दमकल की 16 गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कर आग को काबू में किया था. यह आग सोनिया गाधी कैंप के एक लकड़ी के गोदाम में लगी थी. यहां भी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था.
अग्निशमन विभाग के मंडल अधिकारी सतपाल भारद्वाज ने बताया था, "हमें रात करीब 9:38 बजे एक कॉल मिली, जिसमें बताया गया कि लकड़ी की दुकान में आग लग गई है और यह समालखा कापसहेड़ा इलाके में सोनिया गांधी का कैंप है. आग बुझाने के लिए 16 दमकल गाड़ियां को भेजा गया है. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है."
31 मार्च: वजीरपुर की एक फैक्ट्री में लगी थी आग
दिल्ली के वजीरपुर इलाके की एक कॉस्मेटिक फैक्ट्री में 31 मार्च को भीषण आग लग गई थी. आग पर 25 फायर टेंडर ने काबू पाया था. फायर विभाग के मुताबिक आग सुबह करीब 8:18 बजे लगी थी. घटनास्थल पर दिल्ली पुलिस और एम्बुलेंस की गाड़ियां भी पहुंच गई थीं. सुरक्षा के लिहाज से आस-पास की फैक्ट्रियों को भी खाली करा दिया गया है. फिलहाल हादसे की वजह सामने नहीं आ पाई थी.
16 मार्च को वजीरपुर में लगी थी आग
दिल्ली के वजीरपुर इलाके में 16 मार्च को भी एक कारखाने में आग लगी थी. उस घटना में 12 से अधिक दमकल गाड़ियां मौके पर आग बुझाने के लिए भेजी गई थी. इमारत में केवल एक ही एग्जिट था. वह चारों तरफ से ढकी हुई थी, जिसके कारण फायरकर्मियों को आग बुझाने में काफी कठिनाई हुई थी. इस मामले की शुरुआती जांच में पाया गया था कि इमारत आग के मानदंडों का भी पालन नहीं कर रही थी. कारखाने में अग्निशमन उपकरण नहीं थे, न ही इमारत में आग बुझाने की कोई व्यवस्था थी.