देश की राजधानी दिल्ली भी कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है. कोरोना के तेजी से बढ़ते केसों के बीच अब स्वास्थ्य सुविधाओं की किल्लत होने लगी है. ऑक्सीजन सप्लाई, बेड्स आदि को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. इस बीच मैक्स अस्पताल ने आरोप लगाया है कि मंगलवार रात शालीमार बाग आने वाले ऑक्सीजन टैंकर को AIIMS भेज दिया गया.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भेजी गई शिकायत में अस्पताल ने आरोप लगाया है कि इसके चलते हमारे ऑक्सीजन टैंक खाली हो गए. ऐसी गंभीर परिस्थिति में हमको मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर से संभालना पड़ा.
अस्पताल का कहना है कि यह ऑक्सीजन सिलेंडर भी मैक्स हेल्थ केयर नेटवर्क के दूसरे अस्पतालों से मांग कर लाए गए. मैक्स अस्पताल ने कहा कि हमारे यहां 250 कोरोना मरीज़ हैं, ज़्यादातर ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. इस घटना की वजह से हमारे मरीजों की सुरक्षा खतरे में पड़ी है और इससे हालात काफी गंभीर हो सकते हैं.
अस्पताल प्रशासन की ओर से कहा गया कि हम आपसे निवेदन करते हैं कि आप (सत्येंद्र जैन) और सरकार ऑक्सीजन की सप्लाई हमारे अस्पतालों को सुनिश्चित करें. हमको रोजाना 25 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है. आपको बता दें कि मैक्स हॉस्पिटल ने इसकी एक कॉपी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को भी भेजी है. आजतक के पास वो शिकायती कॉपी मौजूद है.
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना की वजह से स्थिति विस्फोटक बनी हुई है. कोरोना से जारी इस जंग में दिल्ली ऑक्सीजन की कमी से जूझ रही है. दिल्ली के सीएम से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक, सभी यही कह रहे हैं कि यहां के अस्पतालों में सिर्फ कुछ घंटों ही ऑक्सीजन बची है.
मालूम हो कि दिल्ली में दोनों प्राइवेट और सरकारी अस्पताल में इस समय कोविड मरीजों का इलाज जारी है. डॉक्टरों के द्वारा बताया जा रहा है कि बेड और ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. बुधवार सुबह 8 बजे तक की बात की जाए, तो कई अस्पतालों के पास ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म होने जा रहा है. आंकड़े चिंता भी बढ़ाते और प्रशासन के दावों पर सवाल भी खड़े होते हैं.