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'बीजेपी भले ही हार जाए दिल्ली मेयर चुनाव लेकिन चौंकाने वाला होगा रिजल्ट', वीरेंद्र सचदेवा का दावा

दिल्ली में 22 फरवरी को मेयर का चुनाव होगा. इससे एक दिन पहले बीजेपी ने अपने 105 पार्षदों की बैठक बुलाई. इस दौरान बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मेयर चुनाव में हार के बाद भी परिणाम चौंकाने वाले होंगे. उन्होंने दावा किया कि स्टैंडिंग कमेटी में बीजेपी का ही उम्मीदवार अध्यक्ष बनेगा.

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22 फरवरी को सुबह 11 बजे एमसीडी सदन में होगा चुनाव (फाइल फोटो)
22 फरवरी को सुबह 11 बजे एमसीडी सदन में होगा चुनाव (फाइल फोटो)

दिल्ली मेयर चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने फिर से एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने शुरू कर दिए हैं. बीजेपी ने मंगलवार को पार्टी कार्यालय में 105 पार्षदों की बैठक बुलाई. बैठक में उन्हें वोट करने और अनुभवी पार्षदों से वोटिंग के बारे में जानकारी ली गई.

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बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का दावा है कि मेयर चुनाव परिणाम चौंकाने वाले होंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि भले ही हम मेयर चुनाव हार जाएं लेकिन ओवरऑल जो चुनाव परिणाम आएगा, वह बहुत चौंकाने वाला होगा. BJP आश्वस्त है कि 138 का मैजिक नंबर मेयर चुनाव में वह भले ही न छुपाए लेकिन स्टैंडिंग कमेटी का अध्यक्ष उसका ही होगा. 

वहीं AAP सरकार के मंत्री गोपाल राय का कहना है, "सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अंतिम होता है. वैसे BJP लोकतंत्र और जनता का आदेश नहीं मानती है, लेकिन उम्मीद है कि BJP मेयर चुनाव में सहयोग करेगी."

स्टैंडिंग कमेटी के लिए बीजेपी के 3 उम्मीदवार

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एल्डरमैन स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्य चुनाव में वोट नहीं कर सकेंगे, वहीं बीजेपी ने स्टैंडिंग कमेटी में अपनी तीन उम्मीदवार उतारे हैं और तीनों को जिताने के लिए उन्हें सिर्फ तीन पार्षदों का वोट चाहिए. 

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मेयर चुनाव में क्रॉस वोटिंग के आसार

स्टैंडिंग कमेटी में एक सदस्य जिताने के लिए 36 पार्षद के मतों की जरूरत होती है. ऐसे में 105 सदस्य वाली भाजपा को अपने तीन सदस्य के लिए 108 पार्षदों की जरूरत होगी. तो क्या बीजेपी के चौंकाने वाले परिणाम के पीछे स्टैंडिंग कमेटी में आम आदमी पार्टी के पार्षदों की क्रॉस वोटिंग एक वजह है या फिर कोई दूसरी वजह, यह तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही साफ हो पाएगा. 

AAP के चौथे सदस्य के लिए कड़ा मुकाबला

आम आदमी पार्टी को अपने चारों सदस्यों को जिताने के लिए 10 पार्षदों के वोट की जरूरत होगी. तीन सदस्य आम आदमी पार्टी के सदन से आराम से चुन लिए जाएंगे क्योंकि इतना बहुमत उनके पास है लेकिन चौथे सदस्य के लिए 10 पार्षदों का वोट जुटाना आम आदमी पार्टी के लिए कठिन हो सकता है, वह भी तब जब कांग्रेस ने अपने आप को चुनाव से बाहर रखा है.

स्टैंडिंग कमेटी में अध्यक्ष का चुनाव होगा दिलचस्प

स्टैंडिंग कमिटी का अध्यक्ष चुनने के लिए 18 पार्षदों में से 6 सदन से और 12 जोन से चुने जाते हैं. 7 दिसंबर को एमसीडी चुनाव परिणाम में बीजेपी को 104 सीटें, AAP को 134, 3 निर्दलीय और 9 कांग्रेस को मिली थीं. बाद में 1-1 निर्दलीय ने आप और बीजेपी का दामन थाम लिया था तो अब सिर्फ 1 निर्दलीय बचा है.

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जबसे 10 नॉमिनेटेड मेंबर को सेंट्रल सिविल लाइन और नरेला जोन में तैनात किया गया है, तब से जून में होने वाले चुनाव में बीजेपी का बहुमत 4 जोन से बढ़कर 7 जोन में हो गया. वहीं आम आदमी पार्टी का बहुमत 8 जोन में था. एल्डरमैन तैनाती के बाद वह तीन जोन में कमजोर हो गई.

स्टैंडिंग कमेटी का अध्यक्ष चुनने के लिए 10 मैजिक नंबर की जरूरत है. लिहाजा अगर बीजेपी की टीम मेंबर स्टैंडिंग कमेटी में चुन लिए जाते हैं तो स्टैंडिंग कमेटी उसका अध्यक्ष होने का दावा और पुख्ता हो जाएगा.

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