दिल्ली एमसीडी में आम आदमी पार्टी के पावर में आते ही बुलडोजर एक्शन मोड में आ गया है. मेयर के चुनाव के बाद एमसीडी ने पहला डेमोलिशन वसंत कुंज इलाके में शुरू किया है. हालांकि, सिर्फ एक ही बिल्डिंग का डिमोलिशन किया जा रहा है. इसको लेकर पीड़ित पक्ष दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहा है.
मंत्री की शिकायत पर तोड़ा जा रहा मकान- पीड़ित
गौरतलब है कि वसंत कुंज इलाके में राम मंदिर रोड पर नेवी से रिटायर्ड एक सैनिक जमीन लेकर उस पर मकान बना रहा था. इस पर एमसीडी ने बुलडोजर चलाकर तोड़ने का काम शुरू कर दिया है. पीड़ित का आरोप है कि उनकी जमीन के ठीक बगल में दिल्ली के कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत की प्रॉपर्टी है. उन्हीं की शिकायत के बाद मकान को तोड़ा जा रहा है.
एमसीडी की कार्रवाई को लेकर लोग उठा रहे सवाल
पीड़ित जिस जमीन को कैलाश गहलोत की बता रहा है, आरोप है कि उनकी जमीन और सैनिक की जमीन का खाता खसरा एक ही है. दोनों ने कुछ साल पहले एक ही मालिक से जमीन खरीदी थी. ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि मंत्री की जमीन लीगल और सैनिक की जमीन अवैध कैसे हो गई.
कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे पुलिस के कई अधिकारी
बहरहाल, पीड़ित एमसीडी की इस कार्रवाई से बेहद नाराज है. उसने केजरीवाल सरकार और उसके मंत्री कैलाश गहलोत पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि अरविंद केजरीवाल सेना को देखना नहीं चाहते इसलिए एक रिटायर्ड सैनिक के घर को तोड़ने का काम कर रहे हैं.
वहीं, Demolition के लिए एमसीडी का बुलडोजर जब मकान की ओर बढ़ा, तो परिवार की महिलाओं ने इसका जमकर विरोध किया. महिलाएं बुलडोजर के आगे खड़ी हो गईं. लिहाजा लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ती देख दिल्ली पुलिस ने महिलाओं को हटाया. इस कार्रवाई के दौरान दिल्ली पुलिस के कई ACP और SHO मौजूद थे.
(इनपुट- अमरदीप कुमार)