Delhi MCD Election 2022: निगम चुनावों को लेकर दिल्ली कांग्रेस शनिवार से मैदान में उतर गई. ताबड़तोड़ 2 जिला कार्यकर्ता सम्मेलन कर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (एएपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दोनों को यह दिखाने की कोशिश की कि इस चुनावी मैदान में कांग्रेस कहीं भी पीछे नहीं है. भ्रष्टाचार, महंगाई और शराब जैसे मुद्दों पर कांग्रेस चुनावी मैदान में पूरी तरह से उतरेगी.
1 फरवरी से लगातार दिल्ली कांग्रेस का डिजिटल सदस्यता अभियान चल रहा है और इस समय सदस्यता अभियान के जरिए ही कांग्रेस अपने आप को दिल्ली में मजबूत कर रही है. आगामी निगम चुनावों को लेकर कांग्रेस ने ताल ठोकते हुए करावल नगर जिले और आदर्श नगर जिला कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन किया. इस कार्यकर्ता सम्मेलन का मकसद कार्यकर्ताओं को चुनावी मुद्दे जैसे भ्रष्टाचार महंगाई साफ-सफाई और शराब की दिल्ली सरकार की जो नई नीति आई है, उसको जनता तक पहुंचाना यह अहम मकसद है.
इस सम्मेलन के दौरान दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पिछले 7 सालों में दिल्ली सरकार यह दावा करती है कि उन्होंने दिल्ली का विकास किया लेकिन दिल्ली की सड़कों पर 34 दिनों से आंगनवाड़ी महिलाएं अपनी सैलरी बढ़ाने की मांग को लेकर धरना जारी है. दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी कोई सुनवाई नहीं है.
दूसरी तरफ निगम में 15 साल बीजेपी का राज है. लेकिन आज भी सफाई कर्मचारी पक्के नहीं हुए हैं. डीवीसी कर्मचारी निगम मुख्यालय के बाहर 12 दिन से भूख हड़ताल कर रहे हैं. निगम के अस्पतालों में डॉक्टर हर साल हड़ताल पर चले जाते हैं. ये मुद्दे हैं जिन को जनता तक पहुंचाना है. इसके साथ ही फंड की कमी का बीजेपी रोना रोती है और आम आदमी पार्टी फंड ना देने की नौटंकी, जिसका खामियाजा दिल्ली की जनता भुगत रही है. जिला सम्मेलन में काफी लंबे वक्त बाद दिल्ली के कई नेता एक साथ नजर आए. कांग्रेस 13 मार्च तक हर जिले में यह सम्मेलन करेगी.