Delhi MCD Election: दिल्ली में एमसीडी चुनाव होने को हैं. राज्य चुनाव आयोग भी एमसीडी चुनाव को लेकर एक्शन में है. एमसीडी चुनावों को लेकर आयोग की तरफ से लगातार जरूर कदम उठाए जा रहे हैं. अब राज्य चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के लिए कुछ जरूरी बातें बताई हैं, जिनका ध्यान उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान रखना होगा. आयोग के इस कदम के बाद एमसीडी चुनावों की तारीखों की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है.
सियासी दलों को इन बातों का रखना होगा ध्यान
1- रैलियों और मीटिंग्स की अनुमति केवल निर्धारित स्थानों पर और जिला प्रशासन की पूर्व अनुमति से ही दी जाएगी.
2- चुनाव प्रचार के किसी भी दिन रात 8 बजे से सुबह 8 बजे के बीच किसी भी रैलियों और पब्लिक मीटिंग की अनुमति नहीं होगी.
3- सार्वजनिक सड़कों, चौराहों या सार्वजनिक गलियों या कोनों पर नुक्कड़ सभा (मीटिंग) की अनुमति नहीं होगी.
4- पॉलिटिकस पार्टिज् और कैंडिडेट्स को सलाह दी गई है कि वे अपने चुनाव प्रचार को यथासंभव डिजिटल/वर्चुअल/मीडिया प्लेटफॉर्म/मोबाइल-आधारित मोड के जरिए संचालित करें.
5- अधिकतम 5 लोगों (सुरक्षा कर्मियों को छोड़कर, यदि कोई हो तो) को डोर-टू-डोर प्रचार करने की अनुमति दी जाएगी.
272 सीटों पर होना है एमसीडी चुनाव
अप्रैल महीने में दिल्ली नगर निगम की 272 सीटों के लिए चुनाव होना है. अगले हफ्ते स्टेट इलेक्शन कमीशन निगम चुनाव के तारीखों की घोषणा कर सकता है. इस बार भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (एएपी) में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है.
बता दें कि उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगमों में प्रत्येक में 104 वार्ड हैं. पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 64 वार्ड हैं. आधे वार्ड महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं. अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित वार्ड भी हैं.
पिछले चुनाव में किसने जीतीं कितनी सीटें?
दिल्ली में पिछले एमसीडी चुनावों में, बीजेपी ने एक प्रभावशाली जीत दर्ज की, तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 जीतकर सत्ता में वापसी की. पार्टी की सबसे करीबी प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी (एएपी) ने केवल 49 वार्डों में जीत हासिल की. जबकि कांग्रेस ने चुनाव में 31 वार्डों में जीत हासिल की. निर्दलीय ने उत्तरी दिल्ली में तीन, दक्षिणी दिल्ली में चार और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में एक वार्ड में जीत हासिल की.