पांच विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले ही दिल्ली में एक नए चुनाव की घोषणा के आसार हैं. दिल्ली और चंडीगढ़ का राज्य चुनाव आयोग अगले हफ्ते किसी भी दिन दिल्ली नगर निगम चुनावों की घोषणा कर सकता है. दिल्ली के तीनों नगर निगमों दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम का कार्यकाल अप्रैल के महीने में समाप्त हो रहा है और उससे पहले दिल्ली के 272 वार्ड के लिए चुनाव होने हैं. सूत्रों की मानें तो राज्य चुनाव आयोग फिलहाल पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार करने के भी मूड में नहीं है.
दिल्ली नगर निगम के चुनाव पूरे देश के सबसे बड़े निगम चुनावों में से एक होते हैं. इन चुनाव में दिल्ली के 70 विधानसभाओं में से 2 विधानसभाओं को छोड़कर 68 विधानसभा के वोट वोट डालते हैं. जिन दो विधानसभाओं को दिल्ली नगर निगम में शामिल नहीं किया गया है वह है नई दिल्ली विधानसभा और दिल्ली कैंट विधानसभा. इसलिए नगर निगम चुनाव भी लगभग पूरी तरह से विधानसभा चुनाव की तरह कराने पड़ते हैं. देश की राजधानी होने की वजह से इसमें लोगों की रुचि भी काफी होती है. इस वक्त दिल्ली के तीनों नगर निगमों पर बीजेपी का कब्जा है. भारतीय जनता पार्टी लगातार तीन बार नगर निगम चुनावों को जीत चुकी है. लेकिन इस बार उसे दिल्ली में लगातार तीन बार सरकार बना चुकी आम आदमी पार्टी और साथ ही साथ कभी दिल्ली में मजबूत रही कांग्रेस से भी बड़ी चुनौती मिलने की संभावना है.
राज्य चुनाव आयोग की सूत्रों की माने तो अगले हफ्ते चुनावों की घोषणा के साथ ही दिल्ली में चुनाव आचार संहिता भी लागू हो जाएगी. चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने में 1 महीने से कुछ ज्यादा का वक्त लगेगा. इसका मतलब यह है कि 15 अप्रैल से पहले गिनती की प्रक्रिया भी पूरी होने की संभावना है. दरअसल दिल्ली के राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव का कार्यकाल भी 21 अप्रैल को खत्म हो रहा है और यही वजह है कि उससे पहले चुनाव आयोग एमसीडी चुनावों की प्रक्रिया पूरा करना चाहेगी.