उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिस्से में आने वाले सावन पार्क में चार मंजिला इमारत ढहने से सात लोगों की मौत हो गई थी और इसके बाद निगम ने जांच करते हुए कई अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था.
अब इस तरह की किसी मुसीबत से बचने के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने अपने इलाके में आने वाली सभी 10 लाख इमारतों के सर्वे करने के आदेश दे दिए हैं. बता दें कि हादसे के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने तुरंत ही अपने इलाके में आने वाले सभी घरों की दोबारा से जांच करने के आदेश दिए थे.
दस लाख घरों का होगा सर्वे- मेयर
नगर निगम के मेयर नरेंद्र चावला का कहना है कि उन्हें आदेश दे दिया है और दक्षिणी दिल्ली के हिस्से में आने वाले लगभग 10 लाख से ज़्यादा घरों में दोबारा से सर्वे किया जाएगा. मेयर ने कहा कि इस बार बेहद सख़्ती से हर घर में सर्वे किया जाएगा और खतरनाक इमारतों की सूची बनाई जाएगी.
इसके बाद निगम इन खतरनाक इमारतों में रहने वाले लोगों को नोटिस देकर इमारतों को ख़ाली कराएगा और उसके कुछ दिनों बाद इन इमारतों को ध्वस्त कर दिया जाएगा. मेयर ने कहा कि इस बुरे काम में अगर कोई लापरवाही पाई गई तो अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड किया जाएगा. इस पूरे काम में किसी भी तरह की लापरवाही को निगम बर्दाश्त नहीं करेगा.
10 लाख में से एक इमारत मिली थी खतरनाक
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में पिछले सर्वे में जो रिपोर्ट आई थी वो बेहद चौंकाने वाली थी. लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि 10 लाख घरों में सर्वे करने के बाद दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को महज एक इमारत खतरनाक मिली थी. हालांकि जब इस बारे में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के मेयर नरेंद्र चावला से आजतक ने सवाल किया तो मेयर का साफ तौर पर कहना था कि तय मानकों में ही सर्वे किया गया है. अगर कोई इमारत तय मानकों में खतरनाक नहीं मिली है तो निगम ने उसका नाम खतरनाक भवनों की सूची में नहीं डाला है.
15 सितंबर तक बन जाएगी पूरी लिस्ट
आने वाले कुछ दिनों में दक्षिणी दिल्ली में रहने वाले लोगों के घरों में निगम के कर्मचारी सर्वे करने के लिए आ सकते हैं. मेयर का कहना है कि अगले 10 दिनों में खतरनाक इमारतों की पूरी लिस्ट बन जाएगी.