केंद्र सरकार ने दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) में वार्डों की संख्या को घटा दिया है. पहले 272 वार्डों थे, जिन्हें अब 250 कर दिया गया है. इस बात की जानकारी दिल्ली गजट अधिसूचना में सामने आई है. इसमे कहा गया है कि MCD में अनुसूचित जाति के सदस्यों के लिए आरक्षित वार्डों की संख्या 42 होगी. दरअसल, दिल्ली नगर निगम के वार्डों के परिसीमन के मसौदे का काम पूरा हो गया है. लोग अब अपने सुझाव और आपत्तियां भेज सकेंगे. इसकी लास्ट डेट 3 अक्टूबर तक है.
हर विधानसभा में न्यूनतम 3 और अधिकतम 6 वार्ड होंगे. विकास पुरी और बवाना जैसी बड़ी विधानसभाओं में 6 वार्ड होंगे. बवाना में कृष्णा विहार, बेगमपुर, शाहबाद डेयरी, पूथ खुर्द, बवाना और नांगल ठाकरान वार्ड शामिल किए गए हैं. जबकि विकासपुरी में हस्तसल, शिव विहार, बक्करवाला, बापरोला, विकासनगर औऱ विकासपुरी वार्ड को शामिल किया गया है.
वहीं मटियाला विधानसभा में सबसे अधिक 7 वार्ड थे. इन्हें घटाकर 6 किया गया है. इसमें द्वारका-B, द्वारका-A, मटियाला, काकरोला, नांगली सकरावती और छावला वार्ड को शामिल किया गया है. वार्ड की संख्या इस तरह से कम की गई है कि एक विधानसभा में तीन-चार वार्ड ही हों. इससे ज्यादा नहीं. प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या करीब 60,000 के आसपास हो इसमें 10% कम या ज्यादा हो सकती है.
गृह मंत्रालय की ओऱ से गठित परिसीमन समिति ने दिल्ली नगर निगम के वार्ड के परिसीमन के मसौदे का काम पूरा कर लिया है. परिसीमन आदेश का मसौदा आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोड किया गया है. गृह मंत्रालय के अनुमोदन से प्रकाशित परिसीमन आदेश के प्रारूप पर आपत्ति या सुझाव सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक दिए जा सकते हैं. दिल्ली में पहले 3 नगर निगम में कुल 272 वार्ड थे. उत्तरी और दक्षिणी निगर निगम में 104-104 वार्ड थे. जबकि पूर्वी नगर निगम में 64 वार्ड थे.
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