दिल्ली में इस साल डेंगू और चिकुनगुनिया के मामलों के जल्दी आने के बाद निगम हर संभव कोशिश कर रहा है ताकि डेंगू और चिकुनगुनिया को रोका जा सके. साउथ एमसीडी ने सिविक सेंटर में इस कार्यशाला का आयोजन किया था जिसमें साउथ दिल्ली के कई आरडब्ल्यूए को बुलाया गया था.
इस कार्यशाला में आरडब्ल्यूए को डेंगू और चिकनगुनिया के बारे में जागरुक किया गया. इसमें एमसीडी के जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आरडब्ल्यूए के लोगों को मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू के कारणों लक्षणों और उससे बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी.
आरडब्ल्यूए को बताया गया यदि उनके इलाके में खाली पड़े टायर, गमले या कोई अन्य ऐसी चीज जिस में बरसात का पानी जमा हो सकता है उसे तुरंत हटाया जाए या फिर उसकी सफाई कर दी जाए. आरडब्ल्यूए को बताया गया कि वह अपने इलाके में लोगों को जागरूक करें कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पाया जाता है, इसलिए घर में मौजूद कूलर या दूसरे बर्तनों में पानी जमा ना रखें.
इसके साथ ही आरडब्ल्यूए को बताया गया कि वह अपने मोहल्ले में घूमने वाले लोगों और पार्क में खेलने वाले बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहनने के बारे में जागरुक करें ताकि वो मच्छरों के डंक से बच सकें. इस कार्यशाला में साउथ दिल्ली की 50 से ज्यादा आरडब्ल्यूए ने भाग लिया.
इस दौरान महापौर कमलजीत सहरावत ने बताया कि साउथ एमसीडी ने डेंगू हेल्पलाइन भी शुरू की है. डेंगू हेल्पलाइन नंबर 1800112260 है जिस पर फोन कर लोग डेंगू और उसकी रोकथाम से जुड़ी जानकारी ले सकते हैं. महापौर कमलजीत सहरावत ने बताया कि इस कार्यशाला के जरिए आरडब्ल्यूए को डेंगू और चिकनगुनिया से जुड़ी जानकारियां दी गई है ताकि वह इसे अपने मोहल्ले की जनता के बीच ज्यादा तेजी से पहुंचा सके.
आपको बता दें कि इस बार साउथ एमसीडी ने डीबीसी वर्करों को टैबलेट दिए हैं ताकि ब्रीडिंग चेकिंग का डाटा ऑनलाइन रिकॉर्ड किया जा सके और साथ ही में जिन इलाकों में लार्वा ज्यादा मिल रहा है उसकी जानकारी अधिकारियों तक आसानी से पहुंच सके.