दिल्ली नगर निगम में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर शुक्रवार को जमकर बवाल हुआ. एमसीडी में हुई मारपीट और हाथापाई की शिकायत आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों दलों ने पुलिस थाने में की है. हालांकि अभी तक दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है. वहीं दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने पुलिस कमिश्नर से मिलने के लिए समय मांगा है तो वहीं बीजेपी आज कोर्ट का रुख कर सकती है.
एमसीडी में शुक्रवार को जो हुआ, वो बहुत ही शर्मसार करने वाला है. दोनों दलों के पार्षदों ने एक-दूसरे के साथ मारपीट और हाथापाई की, जिसको लेकर AAP-BJP दोनों पार्टियों ने पुलिस थाने में शिकायत दे दी है. दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने देर रात बीजेपी पार्षदों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. ओबेरॉय ने कहा कि जब महिलाएं सदन के अंदर सुरक्षित नहीं हैं तो दिल्ली में कैसे सुरक्षित हो सकती हैं. उन्होंने भाजपा के तीन पार्षदों व अन्य के खिलाफ शिकायत की है. उन्होंने पुलिस सुरक्षा मांगी है. उन्होंने बीजेपी पार्षदों पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया है. इसको लेकर मेयर ओबरॉय ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मिलने के लिए समय मांगा है.
वहीं बीजेपी की ओर से भी आप पार्षदों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. शुक्रवार को बीजेपी की ओर से बताया गया था कि वो स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर आज ही कोर्ट जा सकती है. दिल्ली बीजेपी के वर्किंग प्रेसिडेंट वीरेंद्र सचदेवा और दिल्ली महासचिव हर्ष मल्होत्रा इस मामले में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. वहीं अब सदन में मारपीट-हाथापाई को लेकर बीजेपी ने पोस्टर जारी किया है. बीजेपी ने इसे 2023 की सबसे चौंका देने वाली नौटंकी बताया है. सदन में मारपीट और तानाशाही करवाने वाली AAP की “खल-नायिका”.
दिल्ली पुलिस ने अबतक दर्ज नहीं की FIR
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से बताया गया है कि दोनों दलों द्वारा दी गई शिकायत ले ली गई है. अब सदन में हाथापाई और मारपीट के सीसीटीवी फुटेज को कलेक्ट किया जा रहा है. दोनों दलों ने जो आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
शुक्रवार को स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के लिए वोटिंग के दौरान जमकर बवाल देखने को मिला था. इस दौरान जमकर बवाल हुआ और दोबारा काउंटिंग की मांग उठ गई थी. इसके बाद दोनों दलों के पार्षदों के बीच जमकर हाथापाई और मारपीट हुई. इसको लेकर आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी को हार का डर है, इसलिए उसने मेयर तक को मारने की कोशिश की. वहीं बीजेपी का आरोप है कि जो चुनाव में धांधली हो रही है. इसलिए आप वाले मारपीट पर उतर आए हैं. अब सदन को 27 फरवरी तक स्थगित कर दिया गया है. अब 27 तारीख को ही फिर स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव कराए जाएंगे.
स्टैंडिंग कमेटी चुनाव को लेकर क्यों हो रहा बवाल?
जिस स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के लिए दोनों दल मारपीट और हाथापाई पर उतारू हैं, वो कितना अहम है ये समझना जरूरी हो जाता है. दरअसल स्टैंडिंग कमेटी में कुल 6 लोगों को चुना जाता है. स्टैंडिंग कमेटी को डिसीजन मेकिंग कमेटी भी कहा जा सकता है. किसी भी योजना को अंतिम रूप देने में इस कमेटी का सक्रिय योगदान रहता है. सरल शब्दों में दिल्ली एमसीडी जो भी काम करती है, उसमें सीधी भागीदारी स्टैंडिंग कमेटी की रहती है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी के लिए ये चुनाव साख की लड़ाई इसलिए है क्योंकि जिसे भी इस कमेटी में स्पष्ट बहुमत मिलेगा, वो आसानी से अपनी सभी योजनाओं को जमीन पर उतार पाएगा.
AAP के 4, BJP के 3 उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी ने स्टैंडिंग कमेटी के लिए अपनी तरफ से चार उम्मीदवार उतारे हैं तो वहीं बीजेपी ने तीन को उतारा है. यानी दोनों दलों की ओर से कुल 7 उम्मीदवार उतारे गए हैं. ऐसे में किसी एक का हारना तय है. स्टैंडिंग कमेटी के अंदर भी एक चेयरपर्सन और एक डिप्टी चेयरपर्सन होता है. कमेटी के सदस्य ही इनका चयन करते हैं. अब जिस भी पार्टी के पास बहुमत रहता है, ये दोनों पद भी उन्हीं के खाते में चले जाते हैं. पिछली बार जब स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होना था, तब पार्षद वोटिंग के दौरान मोबाइल फोन भी साथ लेकर गए थे. उस बात पर बीजेपी ने आपत्ति जाहिर की थी. तर्क दिया गया था कि आम आदमी पार्टी को क्रॉस वोटिंग का शक है और इसी वजह से साथ फोन ले जाने को कहा गया. उस वजह से जमकर बवाल हुआ था.
शुक्रवार को जब वोटिंग हुई, बीजेपी की मांग मानते हुए फोन बाहर रख दिए गए. वोटिंग हुई और एक वोट इनवैलिड बता दिया गया. फिर बवाल की स्थिति बनी और सदन में नारेबाजी देखने को मिली. नारेबाजी ने बाद में विकराल रूप लिया और एक बार फिर मारपीट शुरू हो गई. इस बवाल के बाद बीजेपी के एक ट्वीट ने भी विवाद खड़ा कर दिया है. पार्टी का दावा है कि टेक्निकल कमेटी ने जो नतीजे दिए हैं, उसमें उसे और आप को तीन-तीन सीट मिल रही हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी इसे मान्य नहीं मान रही है, ऐसे में विवाद खिंचता जा रहा है.