scorecardresearch
 

Delhi Metro: नोएडा में मेट्रो स्टेशनों के बीच केबल चोरी, ब्लू लाइन पर मेट्रो की सेवाएं बाधित

Delhi metro update: दिल्ली से सटे नोएडा में मेट्रो सेवाओं पर असर पड़ा है. DMRC ने सोमवार सुबह ट्वीट करके जानकारी दी है कि नोएडा सिटी सेंटर और नोएडा सेक्टर 61 के बीच मेट्रो ट्रेन सेवा देरी से चल रही है. ऐसे में इसका असर दिल्ली-NCR के बीच यात्रा करने वालों पर पड़ सकता है.

Advertisement
X
Delhi Metro Update
Delhi Metro Update
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ब्लू लाइन मेट्रो सेवा पर असर
  • DMRC ने ट्वीट कर दी जानकारी

Blue Line Metro Update, DMRC, Delhi Metro: दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए अहम अपडेट है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने सोमवार सुबह नोएडा मेट्रो से जुड़ी बड़ी जानकारी मुहैया करवाई है. दरअसल, नोएडा सिटी सेंटर और नोएडा सेक्टर 61 के बीच मेट्रो ट्रेन सेवा देरी से चल रही है.

Advertisement

डीएमआरसी ने मेट्रो के देरी से चलने की जानकारी ट्वीट करके दी है. डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ''नोएडा सिटी सेंटर और नोएडा सेक्टर 61 ब्लू लाइन अपडेट. नोएडा सिटी सेंटर और नोएडा सेक्टर 61 के बीच की सेवाएं देरी से चल रही हैं. हालांकि, अन्य सभी लाइन पर सेवाएं नॉर्मल तरीके से चल रही हैं.''

नोएडा मेट्रो की सेवाओं पर असर पड़ने के पीछे की वजह सामने आई है. दरअसल, दो स्टेशनों के बीच केबल चोरी हो गई, जिसकी वजह से ब्लू लाइन मेट्रो पर ट्रेन सेवाएं बाधित चल रहीं. इस बारे में लगातार जांच चल रही है. डीएमआरसी कुछ समय में आधिकारिक बयान जारी करेगा.

मालूम हो कि ब्लू लाइन मेट्रो दिल्ली से नोएडा और गाजियाबाद को जोड़ती है. नोएडा इलेक्ट्रोनिक सिटी से द्वारका सेक्टर 21 के बीच कुल 50 मेट्रो स्टेशंस हैं, जिससे रोजाना बड़ी संख्या में यात्री यात्रा करते हैं. वहीं, यह यमुना बैंक से वैशाली तक भी जाती है, जिसके बीच में तकरीबन आठ मेट्रो स्टेशन बनाए गए हैं. डीएमआरसी की इस सेवा से नोएडा और गाजियाबाद में रहने वाले लाखों लोगों को रोजाना मदद लंबी दूरी तय करने में मदद मिलती है.

Advertisement

वहीं, पिछले महीने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए DDMA ने बड़ा फैसला लिया था. दिल्ली मेट्रो और बसों में खड़े होकर यात्रा करने की मंजूरी दी गई थी. दिल्ली मेट्रो के हर कोच में 30 यात्री खड़े होकर भी यात्रा कर सकते हैं. यह फैसला इसलिए लिया गया है, जिससे ज्यादा-से-ज्यादा लोग अपने निजी वाहन को छोड़ पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें. बता दें कि पहले कोरोना गाइडलाइन्स की वजह से मेट्रो में खड़े होकर ट्रेवल करने पर पांबदी लगा दी गई थी. तब सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने के लिए फैसला लिया गया था.

 

Advertisement
Advertisement