दिल्ली मेट्रो का किराया बढ़ने के बाद से ही मेट्रो में यात्रा करने वालों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है. पिछले साल के मुकाबले इस साल करीब 5 लाख लोगों ने रोजाना की यात्रा के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है. ये जानकारी आरटीआई के माध्यम से मिली है.
आरटीआई में मिली जानकारी के मुताबिक, आठ महीने पहले दिल्ली मेट्रो का किराया बढ़ने के बाद से ही मेट्रो में यात्रा करने वालों की संख्या में गिरावट आई है. इस साल (2018) मार्च, अप्रैल और मई में पिछले साल (2017) के मार्च, अप्रैल और मई के मुकाबले यात्रियों की संख्या में 17 प्रतिशत की गिरावट आई है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, किराया बढ़ने के बाद नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी में रोजाना यात्रा करने वालों की संख्या क्रमशः 24.38 लाख, 22.71 लाख, 23.01 लाख और 22.18 लाख रही. यात्रियों की संख्या में गिरावट आने पर मेट्रो ने इसके लिए 'मौसमी बदलाव' और त्योहारों के कारण पड़ने वाली छुट्टियों को जिम्मेदार ठहराया था.
वहीं, इस साल मार्च, अप्रैल और मई के महीने में 22 लाख, 22.67 लाख और 22.5 लाख लोगों ने रोजाना दिल्ली मेट्रो में यात्रा की. पिछले साल मार्च, अप्रैल और मई के महीने में ये संख्या क्रमश: 27.6 लाख, 27.5 लाख और 26.5 लाख थी.
बता दें, दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों को उम्मीद थी कि गर्मी में भी मेट्रो यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, लेकिन ऐसा होते दिख नहीं रहा है. दिल्ली मेट्रो के मुताबिक, यात्रियों की संख्या में गिरावट त्योहारों के कारण पड़ने वाली छुट्टियों की वजह से है. वहीं, इसपर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. दिल्ली के ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत ने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.