दिल्ली मेट्रो को मुसाफिरों के बीच जागरुकता लाने के लिए बेहरतरीन कम्यूनिकेशन कैंपेन का अवॉर्ड मिला है. डीएमआरसी की इस कामयाबी के पीछे पपेट्स का हाथ है.
पपेट्स देते हैं नियमों की सीख
पपेट्स ने दिल्ली मेट्रो को पब्लिक रिलेशन के क्षेत्र का प्रतिष्ठित अवॉर्ड दिलाया है, जो स्कोप की तरफ से दिया जाता है. दरअसल दिल्ली मेट्रो ने मुसाफिरों के बीच जागरुकता लाने के लिए पपेट्स के जरिए एक मुहिम चलाई थी, इस मुहिम के तहत पपेट आर्टिस्ट को तैनात किया गया है, जो अलग-अलग जगहों, खासतौर पर स्कूलों में जाकर पपेट शो करते हैं. ये पपेट शो मेट्रो के सफर करने के नियम, मेट्रो की खासियतें, मेट्रो में बरती जाने वाली सावधानियां और मेट्रो स्टेशनों और ट्रेनों में साफ-सफाई से जुड़े होते हैं. कठपुतलियों के किरदार मेट्रो के मुसाफिरों को दिलचस्प तरीके से नियम बताते हैं और छोटी छोटी कहानियों के जरिए जागरुकता लाते हैं.
लोगों को भा गया ये कॉन्सेप्ट
मेट्रो के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनुज दयाल के मुताबिक पपेट शो को लोगों ने बहुत पसंद किया. दिलचस्प तरीका होने की वजह से लोग खड़े होकर पूरा शो देखते थे और इसमें से उनको भी वो छोटी-छोटी बातें पता चलती थीं, जो अक्सर लोग सफर करते वक्त नजरअंदाज कर देते हैं.
हजारों बच्चों तक बनाई पहुंच
मेट्रो में रोजाना करीब 30 लाख लोग सफर करते हैं और मेट्रो ट्रेन मुसाफिरों से ठसाठस भरी होती हैं. ऐसे में चंद मुसाफिरों की छोटी-छोटी भूल या गलतियां बहुत सारे दूसरे मुसाफिरों के लिए मुसीबत बन जाती हैं. इसलिए मेट्रो समय-समय पर अपने मुसाफिरों को जागरुक करने के लिए कैंपेन चलाती है. दिल्ली और एनसीआर के करीब 150 स्कूलों में मेट्रो ने पपेट शो किए हैं और करीब 25 हजार बच्चों तक अपनी पहुंच बनाई है.