मेट्रो राइडरशिप के तो नए रिकार्ड बना रही है, लेकिन नॉन पीक आवर में मुसाफिर काफी कम होते है. इससे निपटने के लिए मेट्रो कुछ उपायों पर विचार कर रही है. एक प्रस्ताव यह है कि नॉन पीक ऑवर में किराया कम लिया जाए.
डीएमआरसी यह भी विचार कर रही है कि मेट्रो पार्किंग का इस्तेमाल उन्हीं लोगों को करने दिया जाए, जो मेट्रो में सफर कर रहे हैं. मेट्रो फीडर बसों के मामले में भी ऐसा ही प्रस्ताव है. फीडर बसों और मेट्रो पार्किंग का यूज मेट्रो में सफर करने वाले ही करें इसके लिए यह भी प्रस्ताव है कि इनका पेमेंट मेट्रो पार्क से ही हो.
दिल्ली मेट्रो ने राइडरशिप के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. दिल्ली मेट्रो में रोज सफर करने वालों की संख्या पूरे साउथ ईस्ट एशिया में दूसरे स्थान पर है.
डीआरएमसी के चीफ मंगू सिंह ने ने कहा कि दिल्ली मट्रो ने अपनी सेवाओं से सिंगापुर, ताईपेई जैसे देशों की मेट्रो को पीछे छोड़ दिया है.दिल्ली से आगे सिर्फ हांगकांग है. पिछले छह महीनों में एक औसत आंकडे के मुताबिक दिल्ली मेट्रो में रोज बीस लाख लोग सफर करते हैं. 1 जुलाई मेट्रो में सफर करने वाले लोगों की संख्या नया रिकॉर्ड दर्ज किया.