भले ही मेट्रो तीसरे चरण को पूरा करने में मेट्रो की दिसम्बर 2016 की डेडलाइन पीछे छूट गई हो, लेकिन वर्ष 2016 के दौरान, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने तीसरे चरण के अंतर्गत निर्माणाधीन कॉरीडोर्स को पूरा करने के लिए कुछ निर्णायक कदम उठाये, लोगों की यात्रा को और सुविधाजनक बनाने के लिए भी कई सुविधाओं की शुरुआत की गई. दिल्ली मेट्रो के लिए वर्ष 2016 की मुख्य झलकियां इस प्रकार रहीं:
नई मेट्रो ट्रेन में 'बिना ड्राइवर ट्रेन प्रचालन (यूटीओ) विधि के परीक्षण की शुरुआत:
'बिना ड्राइवर ट्रेन प्रचालन (यूटीओ)' विधि से चलाने के लिए तैयार भारत की पहली मेट्रो ट्रेन का ट्रायल परीक्षण केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में 17 मई को एक समारोह में आरंभ किया
गया. दिल्ली मेट्रो के मुकुंदपुर डिपो से पहली ट्रेन रवाना की गई और यह तीसरे चरण (पिंक लाइन) के मजलिस पार्क-शिव विहार मेट्रो कोरीडोर के मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन तक गई. ये अत्यंत परिष्कृत ट्रेन ऐसी तकनीक से तैयार की गई है जिसमें आगे
चलकर किसी ड्राइवर के बिना ट्रेन को चलाया जाएगा, ये ट्रेन अधिक ऊर्जा दक्ष और यात्रियों के लिए सहज होंगी.
नई मेट्रो लाइन के लगभग 30 किलोमीटर तक ट्रायल रन की शुरूआत:
वर्ष के दौरान आईटीओ-कश्मीरी गेट अनुभाग (5.17 किलोमीटर, वायलट लाइन), बोटैनिकल गार्डन - कालकाजी मंदिर (13 किलोमीटर) और जनकपुरी पश्चिम - टर्मिनल 1 - आईजीआई एयरपोर्ट (10 किलोमीटर) अनुभाग, मैजंटा लाइन पर इन हिस्सों के
सिविल कार्य पूरे होने के बाद ट्रायल परीक्षण आरंभ किया गया. जनकपुरी पश्चिम - टर्मिनल 1 - आईजीआई एयरपोर्ट अनुभाग पर ट्रायल की शुरूआत में तेजी लाने के लिए एक 6-कोच वाली ट्रेन हाल ही में क्रेन और ट्रेलरों का उपयोग करते हुए सदर बाजार
केंटोनमेंट स्टेशन के पास ट्रैक पर उतारी गई.
वहीं सदर बाजार कैंटोनमेंट के पास रैम्प पर योजनाबद्ध तरीके से ट्रेन को उतारा गया, जिसमें कोच को रैम्प के पास नीचे लाया गया (वह स्थान जहां से एलाइनमेंट एलिवेटिड से अंडरग्राउंड की ओर जाता है) और इन्हें विशेष उच्च क्षमता वाली क्रेन और ट्रेलर की सहायता ट्रैक पर डाला गया, इस पूरी प्रक्रिया में ट्रेन या सिविल संरचना को किसी टूट फूट से बचाने के लिए बहुत बारीकी से काम करने की जरूरत थी.
डीएमआरसी द्वारा तीसरे चरण के टनल बनाने के सभी काम पूरे किए गए:
डीएमआरसी ने जनकपुरी पश्चिम-बोटनिकल गार्डन, मैजंटा लाइन पर वसंत विहार और मुनिरका के बीच 1.25 किलोमीटर लंबी टनल को बनाने का कार्य 29 नवम्बर को पूरा किया, वसंत विहार से टनल बनाने के लिए डाली गई टनल बोरिंग मशीन
(टीबीएम) मुनिरका में डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक, डॉ. मंगू सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में बाहर लाई गई. तीसरे चरण में इस टनल को बनाने के साथ ही डीएमआरसी ने विश्वस्तर किसी भी शहरी क्षेत्र में टनल बनाने की सबसे बड़ी
परियोजनाओं में से एक को अंजाम दिया, जहां लगभग 80 किलोमीटर भूमिगत टनल बनाने के लिए 30 टीबीएम का इस्तेमाल किया गया (ट्रेनों के आने जाने दोनों के लिए आने जाने की टनल की लंबाई जोड़ते हुए) स्टेशनों सहित तीसरे चरण में कुल
भूमिगत कोरीडोर की लंबाई लगभग 54 किलोमीटर है.
तीसरे चरण के भूमिगत कार्य की उपलब्धि का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि दिल्ली मेट्रो के दूसरे चरण में केवल 35 किलोमीटर भूमिगत हिस्सा था और पहले चरण में भूमिगत मार्ग 13 किलोमीटर था, इस तरह तीसरे चरण का भूमिगत कार्य शुरूआती दो चरणों में किए गए संयुक्त कार्यों से अधिक था.
यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं:
राजीव चौक और कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन तथा एयरपोर्ट लाइन के सभी स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा लगाई गई है, अन्य स्टेशनों पर भी ऐसी ही सुविधाएं लाने की योजना है. एक अन्य प्रयास में स्मार्ट कार्ड रिचार्ज सुविधा ई-वॉलेट मोबाइल एप्लीकेशन
पेटीएम के जरिए भी संभव बनाई गई है, इस नए चरण से यात्री अब नकद राशि के बिना अपने स्मार्ट कार्ड रिचार्ज करा सकेंगे.
दिल्ली मेट्रो की राइडरशिप का नया रिकॉर्ड, यात्रियों का विश्वास जीतने में सफल:
दिल्ली मेट्रो ने वर्ष के दौरान यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ाने का रिकॉर्ड बनाया और स्वयं को शहरी परिवहन के एक मजबूत आधार के रूप में स्थापित किया. विगत 17 अगस्त को रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर दिल्ली मेट्रो में 33 लाख लोगों (33,
36,550) ने यात्रा की, जो एक नया रिकॉर्ड रहा, इससे कुछ दिन पहले 12 अगस्त को एयरपोर्ट लाइन पर एक दिन में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 50,077 के साथ 50,000 का आंकड़ा पार कर गई.