दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन ने जेल अधिकारियों को धमकी दी है कि सबको बाहर निकलकर देख लूंगा. सत्येंद्र ने जेल अधिकारियों को गाली देते हुए उनके खिलाफ कुछ भी करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी. जैन ने कहा कि चाहे सर्विंग हो या फिर रिटायर्ड किसी को नहीं छोड़ेंगे.
जेल अधिकारियों ने लिखित में जैन के खिलाफ डीजी जेल से शिकायत की है. शिकायत में अधिकारियों ने कहा है कि जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं और जेल से बाहर आने पर उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हैं. इन अधिकारियों ने जेल में उनकी मालिश, भव्य भोजन और अन्य वीआईपी उपचारों की सुविधाओं का लाभ उठाने से रोकने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन्होंने धमकी दी है. शिकायत करने वाले अधिकारियों में एआईजी जेल (तिहाड़), जेल नंबर 7 के अधीक्षक, तिहाड़ जेल के उपाधीक्षक, सहायक अधीक्षक और लॉ ऑफिसर शामिल हैं.
सहायक जेल अधीक्षक जयदेव और जेल उपाधीक्षक प्रवीण कुमार ने 8 दिसंबर को अपनी शिकायत में कहा कि जब वो सत्येंद्र जैन को कारण बताओ नोटिस देने गए थे, तभी जैन ने उन्हें धमकी देते हुए कहा, "मुझे सब पता है कि ये सब मोटे (referring to the Law Officer) ने करवाया है, जो लॉ ऑफ़िसर है. मैं बाहर निकलने के बाद इस जेल से CCTV फुटेज मांगूंगा और इस SCJ-7 राजेश चौधरी को बाहर निकलने के बाद देख लूंगा और इसे नौकरी करना सिखा दूंगा. इसके बाद उन्होंने SCJ-7 के बारे में भला-बुरा कहा."
इसके अलावा जेल नंबर 7 के अधीक्षक राजेश चौधरी ने कहा कि 21 नवंबर, 2022 को डीसीपी, पश्चिमी द्वारा सत्येंद्र जैन के खिलाफ शिकायत की जांच करने का आदेश दिया गया था. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने सत्येंद्र जैन को जांच के लिए अपने कक्ष में बुलाया तो जैन ने कहा कि ये सारा मैटर पॉलिटिकल है और जब भी मैं बाहर निकलूंगा तो सारे सरकारी कर्मचारियों, जिन्होंने मेरे खिलाफ कुछ भी किया है, चाहे सर्विंग हों या रिटायर्ड, सबको देख लूंगा.
जेल अधीक्षक ने अपनी शिकायत में कहा कि उस समय उन्होंने मान लिया था सत्येंद्र जैन ने हताशा की वजह से ऐसा कहा था, लेकिन 8 दिसंबर की घटना को देखते हुए, उन्हें आशंका है कि सत्येंद्र जैन, जेल से बाहर आने के बाद मंत्री उनके और अन्य जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं. इस शिकायत में जेल अधिकारियों ने अपील की है कि सत्येंद्र जैन को जल्द से जल्द किसी दूसरी जेल में ट्रांसफर कर दिया जाए.