'गुड़िया' से रेप के आरोपी मनोज को 4 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपी मनोज को दिल्ली पुलिस ने अदालत में पेश किया जहां से उसे चार मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया ताकि उसकी पहचान परेड कराई जा सके.
इससे पहले पुलिस ने कहा कि बिहार के मुजफ्फरपुर से शनिवार को गिरफ्तार मनोज कुमार को रविवार को अदालत में पेश नहीं किया जाएगा, लेकिन बाद में उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट संजय कुमार के समक्ष पेश किया गया जिन्होंने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पुलिस सूत्रों ने कहा कि कुमार पहचान परेड जांच के लिए तैयार है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांच की निष्पक्षता के लिए हमने आरोपी को रविवार को अदालत में पेश करने का निर्णय किया ताकि पहचान परेड कराई जा सके. दिल्ली पुलिस ने पहले कुमार को सोमवार को नियमित अदालत में पेश करने का निर्णय किया था जब बिहार की अदालत से मिली 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड खत्म हो रही थी. पुलिस ने इस मामले में बयान भी जारी किया.
सूत्रों ने कहा कि बाद में निर्णय बदल दिया गया क्योंकि जांचकर्ताओं का मानना था कि आरोपी को पेश करने में विलंब करना उसके पक्ष में जा सकता है.
जांचकर्ताओं को आशंका थी कि आरोपी दावा कर सकता है कि टीआईपी में जो लोग शामिल होंगे उनके समक्ष उसकी परेड करायी जा चुकी है जिससे मामले में बाधा आ सकती है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कपड़ा फैक्टरी में मजदूर मनोज को दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस ने शनिवार को मुजफ्फरपुर जिले से गिरफ्तार किया था. आरोपी को शनिवार शाम राजधानी लाया गया.
पांच वर्षीय बच्ची से कुमार ने कथित रूप से जघन्य बलात्कार किया और उस पर हमला किया और पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर में उसे बंधक बनाकर दो दिनों तक भूखा रखा. उसके शरीर में ठूंसी गयी बाहरी वस्तुओं से उसे संक्रमण भी हो गया.