डेंगू, चिकनगुनिया का मौसम आते ही तमाम सरकारी बयानबाजी शुरू हो जाती है कि सरकार पूरी तरह तैयार है. मगर जमीन पर ये सरकारी तैयारी नदारद दिखती है. अबतक दिल्ली में डेंगू चिकनगुनिया मरीजों की तादाद 300 से ऊपर जा चुकी है. दिल्ली सरकार के बड़े बड़े वादों से इतर आजतक ने इस वादे का रियलिटी चेक किया तो पाया कि हकीकत में हालात देश की राजधानी नहीं देश के किसी कस्बे से भी ज्यादा खराब हैं.
दिल्ली के मालवीय नगर में मौजूद मदन मोहन मालवीय अस्पताल में आजतक की टीम पहुंची तो गेट से लेकर वार्ड तक, ओपीडी से लेकर दवाई घर तक, पहले फ्लोर से लेकर तीसरे फ्लोर तक हर जगह मरीज जमीन पर लेटे हुए दिखे. जाहिर है अस्पताल में बेंच, बेड और जगह तीनों ही नहीं हैं. मरीजों ने बताया कि दवाई कभी कभी ही पूरी मिलती है और दवाई लेने में 3 से 4 घंटे का वक्त लग जाता है.
मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक सोमनाथ भारती को भी जनता के सवालों के जवाब देने भारी पड़ गए. अस्पताल में मौजूद जनता ने विधायक जी को घेर कर कहा कि न दवा पूरी मिल रही है, न डॉक्टर पूरा चेक अप कर रहे हैं, न ही अस्पताल में पांव रखने की जगह है. इस पर विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि एमसीडी ने तैयारी नहीं कि इसलिए डेंगू, चिकनगुनिया फैल गया है.