दिल्ली सरकार जिस मोहल्ला क्लीनिक को दुनिया भर में तारीफ का केंद्र बताती है. उस क्लीनिक की तस्वीरें आपको चौंका देंगी. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र में कूड़े के ढेर पर बना मोहल्ला क्लीनिक खुद बीमार नजर आ रहा है. गंदगी के बीचों-बीच बना क्लीनिक इलाके की हालत बयां कर रहा है. लोग क्लीनिक के बगल में ही खुले में शौच करते हैं. क्लीनिक के अंदर तक गंदगी बिखरी दिख रही है.
हालांकि यहां समस्या गंदगी के अलावा और भी है. अपने बच्चे का इलाज कराने आए व्यक्ति का कहना है कि क्लीनिक निर्धारित समय से पहले ही बंद कर दिया जाता है और दवाइयों की कमी है. वहीं एक स्थानीय महिला कहती हैं कि जिस जगह मोहल्ला क्लीनिक खोला खोला गया है, वहां इतनी गंदगी रहती है कि खुद के बीमार होने का डर लगता है. इसके साथ ही उनकी शिकायत है कि क्लीनिक में कोई टेस्ट नहीं होता, बस बुखार और खांसी जैसी बीमारियों की दवा मिलती है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि केजरीवाल सरकार विज्ञापन में बताती है कि उनका मोहल्ला क्लीनिक विश्वस्तरीय है, यहां आकर देख लीजिए, उद्घाटन के बाद मनीष सिसौदिया यहां दोबारा नही आए. इलाके के लोग यहां की गंदगी से बहुत परेशान है. मोहल्ला क्लीनिक के आसपास से गंदगी हटाने के लिए लोगों ने एलजी को चिठ्ठी भी भेजी है, लेकिन उस कोई कार्रवाई होती नहीं दिखी.
दिल्ली विधानसभा में बुधवार को बजट पेश करते हुए मनीष सिसोदिया ने बताया गया था कि अब तक 110 मोहल्ला क्लीनिक खोले जा चुके हैं, जो कि काफी सफल साबित हुए हैं. हालांकि विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि सरकार ने बस खानापूर्ति करते हुए जल्दबाजी में मानक विहीन क्लीनिक खोले हैं.