राजधानी दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में साउथ कैंपस की 23 वर्षीय MSc छात्रा के साथ रेप की घटना सामने आई है. वारदात के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने खुद को पुलिस वाला बताकर रेप की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस के मुताबिक, आरोपी रवि सोलंकी के पास आर्म्स लाइसेंस था, जिस पर दिल्ली पुलिस का लोगो बना था. आरोपी आर्म लाइसेंस लोगों को दिखाकर खुद को पुलिस वाला बताता था.
जानकारी के अनुसार, यह घटना 7 जुलाई की है. छात्रा अपने अपार्टमेंट में अपने दोस्त के साथ पहुंची थी. कार से उतरकर वह अपने अपार्टमेंट की सीढ़ियों तक पहुंची, तभी एक व्यक्ति उसके पास अचानक पहुंचा. उसने खुद को दिल्ली पुलिस का जवान बताया और एक कार्ड भी दिखाया, जिस पर दिल्ली पुलिस का लोगो बना था. उसने कार्ड दिखाने के बाद उसे अपनी जेब में रख लिया.
इसके बाद उसने पीड़िता से कहा कि उसके पास लड़की के और उसके दोस्त के वीडियोज हैं. अगर वह उसकी बात नहीं मानेगी तो वे वीडियो सोशल मीडिया पर डाल देगा. आरोपी ने पीड़िता को धमकाया और ब्लैकमेल कर बिल्डिंग की छत पर ले गया, वहां रेप की वारदात को अंजाम दिया.
क्राइम ब्रांच की 22 टीमों ने की मामले की जांच
इस मामले की शिकायत पीड़िता ने दिल्ली पुलिस से की. शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच की 22 सदस्यों की टीम ने जांच शुरू की. पुलिस ने सबसे पहले आरोपी की पहचान करने की कोशिश की. जांच टीम ने जब सोसाइटी के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता लगा कि आरोपी रात 9 बजे सोसाइटी की बिल्डिंग में दाखिल हुआ था और 9:30 बजे निकल गया. बाहर निकलने के बाद वह बाइक से फरार हुआ था.
250 सीसीटीवी खंगाले, फिर स्केच बनवाया
रेप की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी किस रूट से सोसाइटी से निकलकर गया, यह पता करने के लिए पुलिस ने आसपास के तमाम सीसीटीवी खंगाले. करीब 250 सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद पुलिस को पता लगा कि आरोपी बाइक से रिठाला मेट्रो की तरफ गया था. एक भी सीसीटीवी में आरोपी का न तो चेहरा साफ दिख रहा था और न बाइक का नंबर नजर आया.
रोहिणी के मॉल से आरोपी को पुलिस ने किया अरेस्ट
पुलिस ने पहले ग्रैफिक्स की मदद से फुटेज की क्वालिटी को सुधारा और साथ ही आरोपी का एक स्केच भी तैयार करवाया. इतनी कवायद के बाद पुलिस को आरोपी की पहचान करने में सफलता मिल सकी. पुलिस को पता लगा कि आरोपी रवि सोलंकी रोहिणी के एक मॉल में गया है. पुलिस ने वहां पर ट्रैप कर उसे अरेस्ट कर लिया.
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि 7 जुलाई को जब देर शाम पीड़िता अपने दोस्त के साथ कार में बैठी थी, तभी उसकी नज़र कार पर गई. उसने मोबाइल से कार के साइड मिरर में दिख रहे पीड़िता और उसके दोस्त को रिकॉर्ड कर लिया था, और फोटो क्लिक कर पीड़िता को दिखाकर धमकी दी थी.