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यमुना में मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जित करना पड़ सकता है भारी!

Murti Visarjan Delhi: नवरात्रि के बाद प्रतिमा विसर्जन को लेकर दिल्ली सरकार इस बार सख्त है. प्रशासन ने यमुना में मूर्ति विसर्जन करने की अनुमति नहीं दी है. इसके लिए कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया गया है. इन कृत्रिम घाटों के अलावा और कहीं मूर्तियां विसर्जित नहीं की जा सकती हैं.

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Murti Visarjan Places In Delhi
Murti Visarjan Places In Delhi

Murti Visarjan Places In Delhi: नवरात्रि खत्म होते ही मूर्ति विसर्जन की प्रकिया शुरू हो गई है. इस बार दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए राजधानी में खास इंतजाम किए गए हैं. इसके लिए लिए जगह-जगह कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं. चितरंजन पार्क ग्रेटर कैलाश के साथ ही पश्चिमी जिले में करीब 20 ऐसे तलाब बनाए गए हैं, जहां प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकेगा.

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प्रदूषण बढ़ने का होता है खतरा

हर साल राजधानी समेत एनसीआर के कई इलाकों में नवरात्रि के बाद प्रतिमा विसर्जन के चलते यमुना में प्रदूषण के लेवल में इजाफा होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. आगे चलकर इसके घातक परिणाम सामने आते हैं. इसके पानी की वजह से जानवरों और इंसानों में कई तरह के रोगों से ग्रसित होने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं.

यमुना में मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं

प्रतिमा विसर्जन को लेकर दिल्ली सरकार इस बार सख्त है. प्रशासन ने यमुना में मूर्ति विसर्जन करने की अनुमति नहीं दी गई है. इसके लिए कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया गया है. इन कृत्रिम घाटों के अलावा कहीं और मूर्तियां विसर्जित नहीं की जा सकती हैं.

50 हजार रुपये तक देना पड़ सकता है जुर्माना

गणेश चतुर्थी के दौरान दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने यमुना में मूर्ति विसर्जन को लेकर गाइडलाइंस जारी किए थे. इन गाइडलाइंस के मुताबिक, यमुना में मूर्ति विसर्जन करने वालों पर 50 हजार रुपये तक का जुर्माना चुकाना पड़ सकता है. इसके साथ ही 6 साल की सजा भी हो सकती है. भारी जुर्माने और सजा से बचने के लिए प्रतिमाओं का विसर्जन तय स्थानों पर ही करने का निर्देश दिया गया है.

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