दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इस भूकंप की तीव्रता 2.5 बताई जा रही है. इससे पहले भी राजधानी में भूकंप के तेज झटके महसूस किए जा चुके हैं. उसी कड़ी में मंगलवार को रात 9.30 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. नई दिल्ली का पश्चिमी क्षेत्र भूकंप का केंद्र रहा और पांच किलोमीटर इसकी गहराई बताई गई.
भूकंप के झटके क्योंकि हल्के रहे, इसलिए ज्यादा लोगों को इसकी भनक नहीं लगी. लेकिन राजधानी और एनसीआर में लगातार आ रहे ये भूकंप के झटके अच्छे संकेत नहीं हैं. दिल्ली संवेदनशील इलाकों में माना जाता है, ऐसे में यहां पर तेज तीव्रता का भूकंप भारी तबाही मचा सकता है. जानकार मानते भी हैं कि आने वाले सालों में एक बड़ा भूकंप आने की संभावना है. ऐसे में लोगों के मन में एक डर बना रहता है.
भू-विज्ञान मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में कहा था कि दिल्ली में अगर रिक्टर स्केल पर छह से अधिक तीव्रता का भूकंप आता है तो बड़े पैमाने पर जानमाल की हानि होगी. दिल्ली में आधे से अधिक इमारतें इस तरह के झटके को नहीं झेल पांएगी वहीं घनी आबादी की वजह से बड़ी संख्या में जनहानि हो सकती है. दुर्भाग्य की बात है कि भूकंप के खतरों को देखते हुए भी राजधानी ने सबक नहीं लिया. यहां ना तो उससे बचने के उपाय किए गए और ना ही इमारतों के निर्माण में सावधानी बरती गई है.
वैसे इससे पहले मेघालय के तुरा में गुरुवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप सुबह 3:46 बजे आया. इसकी तीव्रता 3.4 थी. भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किमी भीतर था. 22 नवंबर को लद्दाख के लेह और करगिल में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 रही. भूकंप का केंद्र करगिल से 191 किमी दूर उत्तर में था.