ओडिशा में 'तितली' चक्रवाती तूफान आने के बाद गुरुवार दिन में दिल्ली-एनसीआर का मौसम अचानक बदल गया. दिन में 1 बजे के आसपास पूरे एनसीआर में धूलभरी आंधियां चलने लगीं और शाम होते-होते ठंड बढ़ गई. हालत यह हुई कि लोगों को सिरहन सी महसूस होने लगी. जबकि गुरुवार सुबह मौसम बिल्कुल सामान्य था और दिन के 1 बजे तक धूप खिली थी.
तेज हवाएं चलने से लोगों ने ठंडक महसूस की. हालांकि इसे तूफान तितली का असर कम और पहाड़ों में बर्फबारी का ज्यादा असर बताया जा रहा है. वैसे मौसम विभाग काफी पहले चेता चुका है कि इस साल ठंड कुछ पहले शुरू हो जाएगी क्योंकि बारिश मॉनसून के अंतिम दिनों तक अच्छी-खासी हुई है.
दिल्ली में गुरुवार सुबह ऐसा कोई अनुमान नहीं था कि लोगों को ठंड महसूस होगी. सुबह में आकाश में आंशिक रूप से बादल छाए रहे और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम में औसत तापमान से चार डिग्री ज्यादा था. हालांकि मौसम विभाग ने शहर के कुछ इलाकों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान जताया था. आसमान में दिनभर आंशिक रूप से बादल छाए रहने और दिन में हल्की बारिश होने की भी संभावना जताई गई थी.
उधर, चक्रवाती तूफान तितली ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के उत्तर के तटीय इलाकों में कहर बरपाया. तूफान के चलते हुए अलग-अलग हादसों में आठ लोग मारे गए. तूफान ने गुरुवार तड़के आंध्र प्रदेश और ओडिशा के बीच दस्तक दी. इसके चलते कई पेड़ उखड़ गए, बिजली के खंभे और मोबाइल टावर गिर गए और फसलों को भी नुकसान पहुंचा. आंध्र के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले तूफान से प्रभावित हुए हैं, जिसने ओडिशा की सीमा से सटे पलासा तट के पास दस्तक दी. श्रीकाकुलम में बड़े पैमाने पर नारियल के पेड़ उखड़ कर गिर गए.
अधिकारियों ने बताया कि श्रीकाकुलम जिले में पांच लोगों की मौत होने जबकि पड़ोसी विजयनगरम जिले में तीन लोगों की मौत होने की सूचना मिली है. मृतकों में छह मछुआरे शामिल हैं. दोनों जिलों में चक्रवाती तूफान के चलते भारी बारिश हुई.