बिहार के रहने वाले एक युवक ने अपने फर्जी अपहरण की साजिश रची. दिल्ली पुलिस ने बुधवार को बताया कि 19 साल का ये युवक अपने दोस्तों के साथ काम करने के लिए लेह नहीं जाना चाहता था. पुलिस ने केशोपुर सब्जी मंडी इलाके से युवक का पता लगा लिया.
पुलिस के मुताबिक, सूरज (19) अपने दोस्त विमलेश शाह और गोलू के साथ बिहार के चंपारण से दिल्ली आया था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रेलवे डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि सूरज ने पुलिस पूछताछ में कहा कि वो अपने दोस्तों के साथ लेह जा रहा था क्योंकि वहां मजदूरी में अच्छे रुपये मिलते है.
उन्होंने बताया कि इन दोस्तों का ये ग्रुप नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से लेह के लिए रवाना होने वाला था. डीसीपी ने कहा, "सूरज तब डर गया जब उसके दोस्त गोलू और विमलेश शाह ने लेह के ठंडे मौसम के बारे में चर्चा करना शुरू किया. इसलिए वो वॉशरूम जाने का बहाना बनाकर वहां से भाग गया."
किडनैपिंग के बारे में पुलिस को कैसे बताया?
इसके बाद सूरज केशोपुर मंडी पहुंचा और अपने भाई को मैसेज किया कि उसका अपहरण कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि फिर उसने उसे रिहा करने के लिए 5,000 रुपये की फिरौती भेजने को कहा. उन्होंने बताया कि इसके बाद सूरज के भाई ने शाह को फोन किया और संदेशों के बारे में बताया. इसके बाद शाह ने तुरंत सोशल मीडिया के जरिए पुलिस को सूचना दी और हमने उनसे संपर्क किया.
अधिकारी ने बताया, "हमें एक्स पर एक शिकायत मिली थी जिसमें दिल्ली पुलिस को टैग किया गया था. सोशल मीडिया सेल ने आवश्यक कार्रवाई के लिए संदेश को जीआरपी रेलवे को भेज दिया. अपहरण की एफआईआर दर्ज करने के बाद तुरंत एक टीम बनाई गई और बचाव अभियान शुरू किया गया."
पुलिस ने युवक का पता लगाया
पुलिस ने कहा कि एक टीम ने केशोपुर सब्जी मंडी इलाके से सूरज का पता लगाया और उससे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि आगे की जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी.