दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में कमी आई है, लेकिन अभी भी हालात सेहत के लिए खतरनाक स्तर पर है. सोमवार सुबह लोधी रोड इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 189 रिकॉर्ड किया गया. वजीरपुर में एक्यूआई 200, गाजियाबाद के वसुंधरा में 191, नोएडा के सेक्टर-62 में 177 दर्ज किया गया. इस बीच दिल्ली में सभी स्कूल खुल गए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में एक्यूआई का स्तर सुधरेगा.
बता दें कि दिल्ली की हवा पहले के मुकाबले साफ हुई है. कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जो 500 से 600 तक पहुंच गया था वहां अब 200 के करीब हो गया है. दिल्ली में बेहतर होती हवा को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार ने नासा की तस्वीरें भी जारी की. तस्वीरों के माध्यम से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि पराली न जलने की वजह से दिल्ली की हवा साफ हुई है. दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए 4 नवंबर से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन योजना भी लागू की थी.
Delhi: As per the air quality index (AQI) data by Central Pollution Control Board (CPCB), ITO is at 215 - in 'Poor' category this morning. pic.twitter.com/C4bvb2IcOT
— ANI (@ANI) November 18, 2019
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 'कुछ लोग कह रहे थे दिल्ली की हवा में केवल 5 फीसद ही फसलों का प्रदूषण है तो क्या केवल 5 प्रतिशत प्रदूषण कम होने से एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 से ज्यादा से 200 से कम हो गया? उन्होंने यह भी कहा कि प्रदूषण पर राजनीति नहीं, साफ नीयत से सबको मिलकर काम करने की जरूरत है.
सुप्रीम कोर्ट की केजरीवाल सरकार को फटकार
उधर, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार से पूछा कि ये बताइए कि ऑड-ईवन से वायु प्रदूषण को लेकर कोई फायदा हुआ है या नहीं? दिल्ली सरकार ने कोर्ट में कहा कि 10 अक्टूबर से हवा बेहद खराब हो गई. कोर्ट ने कहा कि हम इस बात को लेकर चिंतित है कि जब प्रदूषण स्तर अपने चरम पर है और आपने ऑड-ईवन लागू किया है तो इसका क्या असर हुआ है? दिल्ली सरकार का आंकड़ा देखने के बाद कोर्ट ने कहा कि ऑड-ईवन से प्रदूषण पर कोई असर नहीं पड़ा.