कुछ दिन पहले हुए हंगामे के बाद आखिरकार शुक्रवार को नॉर्थ दिल्ली के पार्षदों और अधिकारियों के बीच एक विशेष बैठक हुई. इसमें नॉर्थ एमसीडी कमिश्नर मधुप व्यास के अलावा निगम के अलग-अलग विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए. इस दौरान व्यास ने अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम चलाने और उनको हटाने के निर्देश भी जारी किए.
दरसअल, पार्षदों और अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल के मकसद से नॉर्थ एमसीडी कमिश्नर मधुप व्यास ने एक और चार दिसंबर को विशेष बैठक का शेड्यूल जारी किया था. शुक्रवार एक दिसंबर को करोल बाग जोन, रोहिणी जोन और केशवपुरम जोन के पार्षदों और अधिकारियों के बीच बैठक रखी गई. इस दौरान ज्यादातर पार्षदों ने अपने वार्डों में अतिक्रमण की समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया.
इसके बाद कमिश्नर ने बैठक में मौजूद सभी जोन के डीसी को अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम चलाने के निर्देश दिए. मुहिम के दौरान सड़कों और फुटपाथों के अलावा रमेश नगर में नॉर्थ एमसीडी की सात एकड़ जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए गए हैं. अतिक्रमण के अलावा पेड़ों की छंटाई, सड़कों व गलियों की मरम्मत और रखरखाव पर भी बैठक के दौरान चर्चा हुई.
इसके अलावा उत्तरी दिल्ली में आवारा कुत्तों के आतंक पर भी पार्षद एकजुट दिखे. पार्षदों ने कमिश्नर से उनके वार्डों में एक-एक डॉग शेल्टर बनाने की मांग की, ताकि आवारा कुत्तों को वहां रखा जा सके. हालांकि अधिकारियों ने नियमों का हवाला देखकर फिलहाल कुत्तों की नसबंदी का विकल्प ही सामने रखा.
सभी पार्षद पहली बार रखी गई इस बैठक से काफी सन्तुष्ट दिखे और आगे भी इसे जारी रखने की बात कही. अब चार दिसंबर को एक बार फिर से कमिश्नर अपने अधिकारियों के साथ विशेष बैठक करेंगे, जिसमे बचे हुए सिटी जोन, नरेला जोन और सिविल लाइन्स जोन के पार्षद और अधिकारी शामिल होंगे.