देश भर में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कोशिशें की जा रही हैं. ऐसे में ट्रैफिक नियमों को लेकर लगातार जागरूकता अभियान से लेकर तमाम जानकारियां भी दी जाती रही हैं. लेकिन बावजूद इसके ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर चलने वालों की संख्या भी कम नहीं है. इसी कड़ी में अगर बात करें देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर के इलाके की तो महरौली से गुरुग्राम के बीच सबसे ज्यादा वाहन स्पीड के मानकों का उल्लंघन करते पाए जाते हैं.
एक सरकारी डाटा के मुताबिक एमजी रोड पर अर्जुनगढ़ मेट्रो स्टेशन पर ओवर स्पीडिंग को लेकर साल 2022 में एक लाख 17 हजार एक सौ पैंसठ चालान जारी किये जा चुके हैं. इसी तरह ओवर स्पीडिंग के मामले में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा चालान- रोहतक रोड, नांगलोई से टिकरी कलां वाले कैरिज वे पर हुए हैं. यहां साल 2022 में 1 लाख 15 हजार 839 चालान हुए हैं. यह सभी वाहन ओवरस्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे (OSVD) में तेज रफ़्तार में कैद हुए जिसके बाद इन्हें नियमों के उल्लंघन के चलते चालान जारी किया गया.
बीते साल कैमरे में कैद हुए ओवर स्पीड के मामले:
1. एमजी रोड पर अर्जुनगढ़ मेट्रो स्टेशन - 117165
2. दिल्ली रोहतक रोड नांगलोई से टिकरी कलां- 115839
3. आनंद विहार बस स्टेंड से दिलशाद गार्डन - 108675
4. भजनपुरा से सिग्नेचर ब्रिज - 106456
5. वजीराबाद से मुकरबा चौक - 100762
6. दिलशाद गार्डन से आनंद विहार बस स्टैंड - 83185
7. मथुरा रोड पर आश्रम से सरिता विहार - 75913
8. मथुरा रोड पर सरिता विहार से आश्रम चौक - 74537
9. पंजाबी बाग से पश्चिमी विहार - 74406
10. सिविल लाइंस से चंदगीराम अखाड़ा - 61313
रेड लाइट उल्लंघन मामले में काटे गए चालान:
1. श्रीनिवासपुरी - 21780
2. एयरपोर्ट से चिराग दिल्ली जाते हुए - आरटीआर - 19276
3. IP एस्टेट से ITO चौक - 15855
4. धौला कुआं से नौरोजी नगर - 12283
5. आरके पुरम से भीकाजी कामा प्लेस - 12019
6. सराय काले खां से एंड्रयूज गंज - 11388
7. धौला कुआं से लाल सांई मार्केट - 10665
8. सरायकाले खां से श्रीनिवासपुरी - 10411
9. कीर्ति नगर से मायापुरी - 10207
10. धौला कुआं से मूलचंद - 9483
गौरतलब है कि दिल्ली में ट्रैफिक नियम काफी सख्त माने जाते हैं. राजधानी में ट्रैफिक पुलिस, नियम तोड़ने पर चालान काटने में बिल्कुल भी ढील नहीं देती. रेड लाइट जंप हो या फिर ओवर स्पीडिंग कई बार हम ट्रैफिक नियमों की अनदेखी इसलिए कर देते हैं, क्योंकि कोई देख नहीं रहा है. हमारी इन गलतियों को देखने के लिए रोड पर कोई पुलिसकर्मी हो या नहीं हो लगभग हर बड़े शहर में कैमरा जरूर है. कैमरे की निगरानी में आप छोटा या फिर बड़ा कोई भी ट्रैफिक नियम तोड़ते हैं, तो आपकी गाड़ी का चलान कट जाता है. चूंकि देश में कई सरकारी सर्विसेस डिजिटल हो गई हैं, ऐसे में चलान भी अब ई-चलान बन चुका है.