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पहले कालाबाजारी, अब लोगों को बांटे जा रहे खराब ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

आजतक ने उस व्हाट्स ग्रुप का पता लगाया है, जहां नवनीत कालरा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का गोरख धंधा करता था. आजतक/इंडियाटुडे के पास उस व्हाट्सऐप ग्रुप के स्क्रीनशॉट्स भी हैं, जिसकी जांच दिल्ली पुलिस कर रही है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर ( फोटो पीटीआई)
प्रतीकात्मक तस्वीर ( फोटो पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आजतक ने किया बड़ा पर्दाफाश
  • पीड़ितों को दिए जा रहे थे खराब ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
  • पुलिस कर रही मामले की जांच

कोरोना काल में लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने के लिए नए-नए पैंतरे आजमाएं जा रहे हैं. पहले जहां सिर्फ ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी की खबर सामने आ रही थीं, अब पता चला है कि कई लोग दूसरों को चूना लगाने के लिए खराब ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी बेच रहे हैं. अब आजतक ने एक ऐसे ही गोरख धंधे का पर्दाफाश कर दिया है जहां पर कई लोगों को नॉन वर्किंग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर थमा दिए गए.

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कई पीड़ितों को थमाए नॉन वर्किंग कंसंट्रेटर

आजतक ने उस व्हाट्स ग्रुप का पता लगाया है, जहां नवनीत कालरा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का गोरख धंधा करता था. आजतक/इंडियाटुडे के पास उस व्हाट्सऐप ग्रुप के स्क्रीनशॉट्स भी हैं, जिसकी जांच दिल्ली पुलिस कर रही है. व्हाट्सऐप ग्रुप में नवनीत कालरा ने 27 अप्रैल को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की डिमांड-सप्लाई पर पीड़ित से चैट की है, वहीं उन चैट से ही ये बात भी सामने आई है कि नकली ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेचे गए हैं.

नवनीत कालरा के 27 अप्रैल के व्हाअट्सएप ग्रुप चैट से पता लगा है कि पीड़ित को जो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उसने दिया वो वर्किंग नही था. पीड़ित ने लिखा कि नानी की लगातार ऑक्सीजन लेवल गिर रही थी, उन्हें तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत थी. लेकिन कालरा का दिया हुआ कंसंट्रेटर वक्त पर चला ही नही. चैट में पीड़ित ने खुलासा किया कि डॉक्टरों से चेक कराने के बाद भी कंसंट्रेटर चला नही, इसलिए मरीज को सिलेंडर पर शिफ्ट करना पड़ा. जब इसकी शिकायत पीड़ित ने कालरा से की तो नवनीत ने कहा कि अगर आपने उस कंसंट्रेटर को खोला तो उसे वापस नही लिया सकता क्योंकि लौटाने पर कोई खुला नही लेगा.

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क्लिक करें- दिल्ली पुलिस जब्त कर रही है ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, हाई कोर्ट ने कल तक मांगी सरकार से रिपोर्ट 

व्हाट्सएप चैट में क्या सामने आया है?

हैरानी की बात ये है कि उस चैट में कालरा कहता दिखाई दे रहा है कि उस खराब कंसंट्रेटर को किसी दूसरे शख्स को दे दिया जाए. लेकिन पीड़ित ने ऐसा कुछ नहीं किया क्योंकि एक खराब प्रोडक्ट किसी दूसरे के कैसे काम आ सकता है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि कंसंट्रेटर बुक करने के लिए पहले वो पेमेंट डिटेल मांगता और फिर मुहैया करवाता. कालरा की वायरल चैट से खुलासा हुआ है कि वो रोजाना 2 लाख कॉल अटेंड करता था. एक वायरल मैसेज में वो कहता दिख रहा है- मुझे 2 लाख कॉल अंटेड करनी होती हैं, ऐसे में मैं सभी को निजी रूप से जवाब नहीं दे पाउंगा. सारी डिटेल्स आपको सेल्फ एक्सप्लेनेटरी मैसेज में भेजी हैं, कौन सा मॉडल है? क्या है? एक मशीन पर परसनल मैं खान मार्केट वालो को दे सकता हूं, उनके घर के यूज के लिए अगर किसी को फिर भी चाहिए तो मशीन तीन बजे तक ब्लॉक होगी. मेरी मशीन सारी खत्म हो रही हैं तो मैं खान मार्केट फ्रैंड्स को भी अलॉट नही कर पाउंगा.

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जानकारी मिली है कि पुलिस ने अब तक 425 कंसंट्रेटर जब्द कर लिए हैं. अब इंडिया टुडे और आजतक के पास मास्टरमाइंड नवनीत कालरा के वो व्हाअटअप चैट हैं जिससे खुलास हुआ है कि कई पीड़ितों को उसने सांस देने को नाम पर ना चलने वाले कंसंट्रेटर थमा दिए.

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